

पांडु नदी के किनारे बर्रा 8 में बनी करीब 500 कच्ची बस्तियां बारिश के चलते और नदी के तेज बहाव के कारण तबाह हो गयी।
कानपुर: इस बार बारिश कुछ लोगों के लिए राहत तो कुछ लोगों के लिए आफत बनकर आई है। लगातार हो रही बारिश के चलते जनजीवन पर काफी असर पड़ा है। सबसे ज्यादा मुसीबत कच्ची बस्ती वालों के लिए आ पड़ी है।
कानपुर के पांडु नदी के किनारे बर्रा 8 में बनी करीब 500 कच्ची बस्तियां बारिश के चलते और नदी के तेज बहाव के कारण तबाह हो गयी। बारिश और नदी के तेज बहाव से कच्ची बस्तियों में पानी इस कदर भर गया कि लोगों को घर छोड़ना पड़ गया। इस दौरान कई मकान क्षतिग्रस्त भी हो गए और कुछ लोग जख्मी भी हो गए। पशु पक्षी भी इस तबाही का शिकार हो गए। जिसके बाद सभी लोग मदद के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं लेकिन प्रशासन ने किसी भी तरह की मदद अब तक मुहैया नही करवाई है।
प्रशासन से मदद की आस लगाए लोगों ने दिया धरना
प्रशासन द्वारा कोई मदद न दिये जाने से नाराज बाल्मीकि समाज एकता सेवा समिति ने नानाराव पार्क में प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर रहे समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुनील बल्मीकि ने बताया कि इस बारिश के मौसम में उनके पास सर छुपाने तक की कोई जगह नही हैं वही जिला प्रशासन ने अब तक कोई सुध नही ली है।
हर एक परिवार इस बारिश में अपने लिये घर को लेकर परेशान हैं। जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में पीड़ित परिवार के लोगों ने नाना राव पार्क में धरना प्रदर्शन किया। उनकी मांगें है कि केंद्र और राज्य सरकार पीड़ित परिवारों को मुआवजा दे और उन्हें आवास मुहैया करवाये। वही अगर माँगे पूरी नही होती तो बाल्मीकि समाज उग्र आंदोलन करेगा और सड़को में उतरकर प्रदर्शन समेत चक्काजाम करेगा।
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