ब्रिक्स सम्मेलन में बोले मोदी, शांति के लिए आपसी सहयोग जरूरी

9वे सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के पांचों देश समान स्तर के हैं और शांति के लिए सभी देशों को आपसी सहयोग बढ़ाने की जरूरत है।

Updated : 4 September 2017, 11:21 AM IST
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शियामिन (चीन): चीन में चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन-2017 में भारत का पक्ष रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा का मुद्दा उठाया और कहा कि एकजुट रहने पर ही शांति और विकास संभव होगा। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद सभी देशों के लिये एक बड़ी चुनौती और मुख्य मुद्दा है। चीन पहुंचने पर पीएम नरेंद्र मोदी का सोमवार को चीनी राष्ट्रपति चिनफिंग ने स्वागत किया।

सभी देशों को सहयोग बढ़ाने की जरूरत: मोदी

ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स के नौंवे सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के पांचों देश समान स्तर के हैं और शांति के लिए सभी देशों को आपसी सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारा मिशन गरीबी को हटाना, स्वास्थ्य, सफाई, कौशल, खाद्य सुरक्षा, लैंगिक समानता, शिक्षा सुनिश्चित करना है। हमने कालेधन के खिलाफ लड़ाई छेड़ी।

हमारे बिना चुनौतियों का हल संभव नहीं: चिनफिंग

 इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सहभागिता के बिना बहुत सी वैश्विक चुनौतियों का हल सफलतापूर्वक नहीं संभव है। उन्होंने कहा कि जब विश्व में इतने बदलाव हो रहे हैं तो ब्रिक्स का सहयोग इस वक्त और महत्वपूर्ण बन गया है। चिनफिंग ने कहा कि हमारे राष्ट्रीय मतभेदों के बावजूद ब्रिक्स के सभी 5 देश विकास के एक ही स्तर पर हैं।

ब्रिक्स सम्मेसन में चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग संबोधित करते हुए

ब्रिक्स बिजनेस फोरम का उद्घाटन

 इस दौरान पीएम मोदी के अलावा मेजबान राष्ट्राध्यक्ष ने सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकोब जुमा का भी औपचारिक स्वागत किया। इससे पहले रविवार को ब्रिक्स बिजनेस फोरम के उद्घाटन भाषण में शी जिंगपिंग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को भू-राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने की प्रक्रिया में रचनात्मक हिस्सा लेकर उचित योगदान करना चाहिए।

Published : 
  • 4 September 2017, 11:21 AM IST

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