

रुद्रप्रयाग के नए डीएम प्रतीक जैन ने केदारनाथ धाम में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए पूजा-अर्चना की। डाइनामाइट न्यूज़ में पढ़ें पूरी खबर
जिला अधिकारी प्रतीक जैन
रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां नए जिला अधिकारी प्रतीक जैन ने कार्यभार ग्रहण करते ही केदारनाथ यात्रा का जायजा लेने पहुंचे। बता दें कि जायजा लेने के लिए जिला अधिकारी ने पैदल मार्ग को चुना।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के मुताबिक उन्होंने रास्ते में यात्रा का जायजा लेते हुए अधिकारियों के साथ केदारनाथ पैदल मार्ग का निरीक्षण किया। बता दें कि जायजा के दौरान उन्होंने यात्रियों से और अधिकारीयो जानकारी जुटाई। वहीं उनका यह अंदाज तीर्थयात्रियों को अलग ही देखने को मिला।
केदारनाथ यात्रा का निरीक्षण करते हुए नए डीएम
निरीक्षण करते हुए दर पर मथा टेका
बता दें कि जिला अधिकारी ने पूरे मार्ग का निरीक्षण करते हुए भगवान केदारनाथ के दर पर मथा टेका और केदार सभा के तीर्थ पुरोहितों से मुलाकात कर यात्रा की जानकारी ली। आते ही डीएम प्रतीक जैन अलग अंदाज में बाबा केदार के धाम पहुंचे, पूजा अर्चना की, दर्शन किए और बाबा का आशीर्वाद लिया। इन सब के बाद फिर सभी व्यवस्थाए देखी।
उत्तराखंड में कुछ दिन पहले तबादले हुए थे, जिसमें प्रतीक जैन रुद्रप्रयाग के नए जिला अधिकारी बने। तबादला आदेश के अनुसार कई जिलों के डीएम भी बदले गये हैं। इन जिलों में पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चंपावत, उत्तरकाशी जिले शामिल हैं। प्रतीक जैन पहले प्रबंध निदेशक सिडकुल और महानिदेशक / आयुक्त-उद्योग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
कौन है प्रतीक जैन
प्रतीक जैन उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले के नए जिला अधिकारी हैं। उन्हें हाल ही में इस पद पर नियुक्त किया गया है और उन्होंने 20 जून 2025 को कार्यभार ग्रहण किया। प्रतीक जैन 2018 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और मूल रूप से राजस्थान के अजमेर के निवासी हैं। वह अपनी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं और लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
प्रतीक जैन का कार्य अनुभव
प्रतीक जैन नैनीताल जनपद के कोश्याकुटौली तहसील में एसडीएम के रूप में कार्य किया। वह नैनीताल जनपद में संयुक्त मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात रहे और हरिद्वार जनपद में सीडीओ और प्रबंध निदेशक सिडकुल महानिदेशक आयुक्त उद्योग के रूप में कार्य किया।
रुद्रप्रयाग जिला अधिकारी के रूप में उनकी पहलें
कार्यभार ग्रहण करने के बाद, उन्होंने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक पैदल यात्रा कर यात्रा मार्ग की जमीनी स्थिति का निरीक्षण किया। जिसके बाद उन्होंने आम श्रद्धालुओं से मुलाकात कर यात्रा अनुभव, कठिनाइयों और सुझावों को गंभीरता से सुना। वहीं उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि केदारनाथ यात्रा को और अधिक सुरक्षित, सुगम एवं श्रद्धालु हितैषी बनाने के लिए सभी आवश्यक सुधार शीघ्रातिशीघ्र सुनिश्चित किए जाएं।