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नैनीताल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई मार्ग बंद और प्रशासन सतर्क

नैनीताल जिले में भारी बारिश के कारण 16 मार्ग बाधित हो गए हैं। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाने की अपील की है। राहत कार्य और निगरानी लगातार जारी है। भारी बारिश के कारण जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग, तीन राज्य मार्ग, एक प्रमुख जिला मार्ग और ग्यारह ग्रामीण मार्ग बाधित हो गए हैं।
Post Published By: Rohit Goyal
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नैनीताल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित, कई मार्ग बंद और प्रशासन सतर्क

Nainital: नैनीताल जिले में लगातार हो रही तेज बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलजमाव और सड़क बाधित होने की स्थिति बन गई है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और जिला आपातकालीन संचालन केंद्र ने 1 सितंबर 2025 की सुबह जारी सूचना में बताया कि नैनीताल में 24 मिमी, हल्द्वानी में 35 मिमी, लालकुआं में 13.5 मिमी, रामनगर में 1.6 मिमी, धारी में 15 मिमी, भीमताल में 25 मिमी, कालाढूंगी में 82 मिमी और चोरगलिया में 45 मिमी बारिश दर्ज की गई।

भारी बारिश के कारण जिले में एक राष्ट्रीय राजमार्ग, तीन राज्य मार्ग, एक प्रमुख जिला मार्ग और ग्यारह ग्रामीण मार्ग बाधित हो गए हैं। प्रभावित प्रमुख मार्गों में ज्योलीकोट–व्यावर मार्ग, गौज्यानी–घुघुखाम–बेतालघाट मार्ग, मल्ला व्यावर–कालापानी मार्ग, रामनगर–शरणकोट मार्ग और हल्द्वानी–चोरगलिया मार्ग शामिल हैं। प्रशासन ने सभी मार्गों को बंद करने की जानकारी दी और खोलने का कार्य जारी है।

वहीं, ओखलकांडा क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति बाधित है और शेर नाला व सूर्या नाला में पानी के तेज बहाव के कारण यातायात रोक दिया गया है। गीला बैराज का जलस्तर सुबह 3:56 बजे 55152 क्यूसेक, कोसी बैराज का जलस्तर 28097 क्यूसेक और गौला बैराज का जलस्तर 28848 क्यूसेक दर्ज किया गया। प्रशासन ने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाना चुनौतीपूर्ण हो रहा है।

लालकुआं तहसील के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में 70 से 80 लोगों को राहत शिविर में स्थानांतरित किया गया। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, नदी किनारे और जलभराव वाले क्षेत्रों में न जाने और मौसम की अद्यतन जानकारी पर लगातार नजर रखने की अपील की है। साथ ही सभी विभागों को अलर्ट मोड में रहने और आपात स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन की टीम लगातार प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी कर रही है ताकि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।

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