

राजधानी देहरादून के बल्लीवाला क्षेत्र में रविवार को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से मुख्यमंत्री के नेतृत्व में भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के निर्माण के लिए किए जा रहे प्रयासों के सम्मान स्वरूप आयोजित किया गया।
गौरवपूर्ण संकल्प की अनोखी झलक
Dehradun: राजधानी देहरादून के बल्लीवाला क्षेत्र में रविवार को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं की ओर से मुख्यमंत्री के नेतृत्व में भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड के निर्माण के लिए किए जा रहे प्रयासों के सम्मान स्वरूप आयोजित किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में धार्मिक संत, सामाजिक कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग शामिल हुए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मान व्यक्तिगत नहीं बल्कि समस्त उत्तराखंडवासियों का है, जिन्होंने ईमानदारी, पारदर्शिता और जवाबदेही के इस संकल्प को मजबूत बनाया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई तभी सफल हो सकती है जब आम जनता पूरी मजबूती से इसके खिलाफ खड़ी हो। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बीते कुछ वर्षों में प्रशासनिक सुधार, डिजिटल निगरानी और पारदर्शी व्यवस्था के माध्यम से भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने का प्रयास किया है और इसमें जनता की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह समारोह केवल सम्मान तक सीमित नहीं बल्कि यह ईमानदारी और पारदर्शिता के उत्सव के रूप में याद रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड अपनी सांस्कृतिक विरासत, धार्मिक आस्था और सामाजिक एकजुटता के लिए जाना जाता है और इसी शक्ति के बल पर राज्य को भ्रष्टाचार से मुक्त कर ईमानदार शासन की मिसाल बनाया जाएगा।
समारोह में अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे जिनमें विधायक श्री खजान दास, परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के अध्यक्ष स्वामी चिंतानंद सरस्वती, श्री कृष्ण गिरी महाराज, सामाजिक कार्यकर्ता श्री राकेश ओबेरॉय और श्री पंकज गुप्ता प्रमुख रहे। इनके अलावा देहरादून और आसपास के क्षेत्रों से आईं कई धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भी समारोह में भाग लिया और मुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
समारोह के दौरान वक्ताओं ने एक सुर में मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की और कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगी। सभा के अंत में सभी ने सांस्कृतिक रूप से समृद्ध, पारदर्शी और विकासशील उत्तराखंड के निर्माण का संकल्प लिया। समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की कि वह ईमानदारी को जीवन में उतारें और राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने में सहभागी बनें।