हरिद्वार: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2025 के कावड़ मेले के सफल, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण आयोजन पर समस्त शासन, प्रशासन, पुलिस बल, स्वयंसेवी संगठनों और सेवा में लगे प्रत्येक कर्मी को हार्दिक बधाई एवं धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि करोड़ों श्रद्धालुओं की आवाजाही और आस्था के इस विराट पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराना एक बड़ी चुनौती थी, जिसे सभी विभागों ने सजगता और समन्वय के साथ निभाया।
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प्रबंधों का सुनियोजित ढंग से संचालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां कावड़ मेला जैसे धार्मिक आयोजनों में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे आयोजनों में सुरक्षा, यातायात व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा, स्वच्छता और अन्य जरूरी प्रबंधों का सुनियोजित ढंग से संचालन अत्यंत आवश्यक होता है। उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सभी विभागों ने अपनी जिम्मेदारियों का बेहतरीन निर्वहन किया, जिससे कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई और श्रद्धालुओं ने पूरी श्रद्धा एवं शांति से गंगा जलाभिषेक कर अपनी यात्रा पूर्ण की।
धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान
मुख्यमंत्री धामी ने विशेष रूप से राज्य पुलिस बल, आपदा प्रबंधन टीम, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, परिवहन निगम तथा अन्य सेवाओं में लगे कर्मियों की प्रशंसा की। साथ ही स्वयंसेवी संस्थाओं और आम नागरिकों के योगदान को भी सराहा। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक प्रयास उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को और मजबूत करता है तथा राज्य के प्रति श्रद्धालुओं का विश्वास बढ़ाता है।
समर्पण से कार्य करने का आह्वान
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार का प्रयास रहेगा कि भविष्य में भी इस तरह के आयोजन और अधिक सुव्यवस्थित, सुरक्षित और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाए जाएं। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से भविष्य में भी इसी निष्ठा और समर्पण से कार्य करने का आह्वान किया।
कावड़ मेले के दौरान पुलिस विभाग द्वारा हाईटेक व्यवस्थाएं की गईं। ड्रोन से निगरानी, ट्रैफिक कंट्रोल, मेडिकल कैंप और स्वच्छता अभियानों ने व्यवस्थाओं को और पुख्ता किया। करोड़ों श्रद्धालुओं ने शांतिपूर्वक गंगा स्नान व जलाभिषेक कर अपने गांव-शहर लौटते हुए उत्तराखंड की व्यवस्थाओं की सराहना की। मुख्यमंत्री ने इसे सभी के सामूहिक प्रयास का परिणाम बताया।
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