

चमोली के नंदानगर स्थित कुंतरी एवं धूर्मा गांव आपदा प्रभावित क्षेत्र में मलबे में दबे व्यक्तियों को निकालने हेतु दूसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। सड़कों और पैदल रास्तों को भी खोलने का काम युद्धस्तर पर जारी है।
नन्दानगर में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Chamoli: जनपद के नंदानगर क्षेत्र में बुधवार की देर रात करीब दो बजे बिनसर पहाड़ी की चोटी पर बादल फटने और अतिवृष्टि से फाली लगा कुंतरी, सैंती लगा कुंतरी और धुर्मा गांव में भारी तबाही हुई। इस आपदा में 10 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से 2 लोगों के शव बरामद हुए हैं जबकि 7 की तलाश जारी है। वहीं करीब 16 घंटे बाद एक व्यक्ति को राहत दलों ने मलबे से निकाल लिया।
मलबे की चपेट में आकर 10 आवासीय मकान भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं।
कुंतरी एवं धूर्मा गांव आपदा प्रभावित क्षेत्र में मलबे में दबे व्यक्तियों को निकालने हेतु दूसरे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
रेस्क्यू में जुटी एसडीआरएफ की टीम
राहत शिविर में प्रशासन द्वारा कुल 95 लोगों को सुरक्षित ठहरने और खाने की व्यवस्था की गयी है। मारया आश्रम में 40 आपदा प्रभावित लोगों और गला गोदाम में 55 लोगों को ठहराया गया है।
गल्ला गोदाम में आपदा प्रभावित 108 लोगों के लिए भोजन व्यवस्था की गई। इसके अतिरिक्त प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने हेतु 30 राशन किट वितरित की गईं।
सड़कों और पैदल रास्तों को भी खोलने का युद्धस्तर पर जारी है काम।
आपदाग्रस्त क्षेत्र का दौरा करते डीएम-एसपी
जिलाधिकारी संदीप तिवारी और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार आपदा प्रभावित क्षेत्र का लगातार निरीक्षण कर रहें हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि सेरा -धुर्मा सड़क जो आपदा से पूरी तरह वास आउट हो गयी थी। उसे सुचारु करने का कार्य किया जा रहा हैं।
उन्होंने बताया कि राहत सामग्री, रासन किट पंहुचाने और पैदल मार्ग से लोगों के आवागमन को बहाल करने का प्रयास किया जा रहा हैं। आशा हैं मार्ग शीघ्र सुचारु कर लिया जाएगा।
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