गोरखपुर में शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरवा में मां-बेटी की हत्या का खुलासा हुआ है। पुलिस ने परिवार के बेहद करीबी युवक रजत (21) को गिरफ्तार किया। आरोपी ने लूट की नीयत से शराब पिलाकर हथौड़े से हत्या की और 4.5 लाख रुपये और जेवर ले गए। 13 दिन की जांच के बाद CCTV और मोबाइल लोकेशन के आधार पर अपराध का खुलासा हुआ।

Symbolic Photo
Gorakhpur: गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरवा में 23 नवंबर की रात हुई मां-बेटी शांति जायसवाल (75) और विमला (50) की हत्या का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। पुलिस ने 13 दिन की जांच के बाद बताया कि यह हत्या किसी बाहरी बदमाश ने नहीं बल्कि परिवार के बेहद करीबी युवक रजत (21) ने की थी। रजत रेलवे कर्मचारी का बेटा है और वह बीए लास्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा है। पुलिस के अनुसार रजत ने भरोसे का फायदा उठाते हुए लूट की नीयत से यह कृत्य किया।
घटना वाली रात रजत ने मां-बेटी को शराब पिलाई और नशे में होने के बाद हथौड़े से हमला कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद उसने घर में रखे करीब 4.50 लाख रुपये और सोने का ब्रेसलेट उठाकर अपने पास रख लिया। रजत ने स्वीकार किया कि उसने यह हत्या अपनी गर्लफ्रेंड के पिता का कर्ज चुकाने और उसकी सुविधा के लिए की। लूट के पैसों से उसने गर्लफ्रेंड को मोबाइल दिलवाया और बाकी पैसे से कर्ज चुकाया।
पुलिस के अनुसार, घटना के दिन विमला फर्नीचर की दुकान से घर लौटी थी। अगले दिन से उसका कोई पता नहीं चला। दुकान मालिक ने कई बार फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। रात को दुकान बंद करके मालिक खुद विमला के घर पहुंचा और दरवाजा खटखटाया। जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई, तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया तो मां-बेटी के शव पाए गए।
पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए 100 से अधिक लोगों से पूछताछ, करीब 800 सीसीटीवी फुटेज और 200 मोबाइल नंबरों की डिटेल खंगाली। शुरुआती जांच में हथौड़ा कपड़े में लिपटा होने और घर में जबरन घुसपैठ के कोई निशान नहीं होने के कारण बाहरी हमलावर की संभावना कमजोर दिखाई दी।
13 दिन बाद खुलासा हुआ अपराध
पुलिस ने शनिवार को आरोपी रजत को गिरफ्तार किया। वह मां-बेटी के घर से महज 200 मीटर दूर आवास विकास कॉलोनी में रहता है। पूछताछ में रजत ने पूरी योजना और घटना को स्वीकार किया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर सोने के जेवर, 50 हजार रुपये और हथौड़ा बरामद किया।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि रजत लंबे समय से परिवार के संपर्क में था। वह विमला को ‘बुआ’ बुलाता था और शांति देवी उसे बेटे की तरह मानती थीं। घर में अक्सर आने-जाने के कारण उसे घर की हर जानकारी थी। रजत ने बताया कि उसे पैसों की बहुत जरूरत थी। कई बार उसने चोरी का प्रयास किया लेकिन असफल रहा। घटना वाली रात उसने दुकान से रम खरीदी और शराब पिलाकर चोरी करने का प्रयास किया।
रजत ने बताया कि शराब का प्लान फेल होने पर उसने हथौड़ा उठाया और विमला के सिर पर कई वार किए। जब शांति देवी कमरे में आई तो उन्हें भी उसी हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद रजत अपने घर गया और सामान्य जीवन जीता। अगले दिन उसने गर्लफ्रेंड को डेढ़ लाख रुपये और मोबाइल फोन दिया, पिता को 50 हजार रुपये दिए और जेवर को गलवा कर रखा। पुलिस के अनुसार, दाह संस्कार में भी रजत मौजूद था। उन्होंने बताया कि यह हत्या अत्यंत सुनियोजित थी और आरोपी ने पूरे परिवार के भरोसे का फायदा उठाया।