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वाराणसी नगर निगम ने 15 दिसंबर को श्री जैन तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के जन्मदिवस पर सभी मीट, मुर्गा और मछली की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया है। इसी दिन होटल और रेस्टोरेंट में भी नॉनवेज परोसा नहीं जाएगा। उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नॉनवेज दुकानें रहेंगी बंद (Img: Google)
Varanasi: वाराणसी में धार्मिक आयोजनों और त्योहारों के अवसर पर नगर निगम की ओर से हमेशा ही पवित्रता और अनुशासन बनाए रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाते रहे हैं। इसी क्रम में वाराणसी नगर निगम ने 15 दिसंबर को श्री जैन तीर्थंकर भगवान पार्श्वनाथ के जन्मदिवस पर नगर के सभी मीट, मुर्गा और मछली की दुकानों को बंद रखने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार, नगर निगम की तरफ से यह निर्देश 14 दिसंबर को जारी किए गए हैं। इस दिन न केवल दुकानों में, बल्कि शहर के होटल और रेस्टोरेंट में भी मांसाहारी भोजन की बिक्री और परोसी नहीं जाएगी। नगर निगम का यह कदम धार्मिक पवित्रता बनाए रखने और नागरिकों को त्योहारी माहौल में शामिल करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
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पूर्व में भी नवरात्र, पवित्र तिथियों और अन्य प्रमुख त्योहारों पर नगर निगम की ओर से मीट, मुर्गा और मछली की दुकानों को बंद रखने के आदेश जारी किए जा चुके हैं। इस तरह के आदेशों का पालन व्यापारी और होटल रेस्टोरेंट मालिक समय से करते आए हैं।
नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। अगर किसी दुकान, स्लॉटर हाउस या होटल में नॉनवेज भोजन तैयार या परोसा जाता है तो संबंधित स्थान पर पुलिस और नगरपालिका अधिकारी कड़ी निगरानी रखेंगे। इसके तहत उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई लागू की जाएगी।
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नगर निगम का यह कदम न केवल धार्मिक मान्यताओं और त्योहारों की पवित्रता बनाए रखने के लिए है, बल्कि इससे वाराणसी में नागरिकों और श्रद्धालुओं के बीच अनुशासन भी सुनिश्चित होता है। अधिकारी मानते हैं कि समय पर जारी किए गए आदेशों और निगरानी के कारण शहर में यह व्यवस्था सफलतापूर्वक संचालित होती रही है।
धार्मिक नगरी के रूप में प्रसिद्ध वाराणसी में इस तरह के कदम त्योहारों की महत्ता और पवित्रता को बढ़ाते हैं। नगर निगम का प्रयास है कि शहर के सभी निवासी और व्यापारिक संस्थान इन निर्देशों का पालन करें, ताकि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में किसी भी तरह की असुविधा या अव्यवस्था न उत्पन्न हो।