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गोरखपुर पुलिस ने पंजाब से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिसने कथित तौर पर एक सांसद के निजी सचिव को फोन पर गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी थी। आरोपी की पहचान अजय कुमार यादव के रूप में हुई है। पुलिस ने कॉल डिटेल पर उसे गिरफ्तार किया।
गोरखपुर के निजी सचिव को धमकी
Gorakhpur: सांसद गोरखपुर के निजी सचिव को फोन पर गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी को रामगढ़ताल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान अजय कुमार यादव, पुत्र रामफेर यादव, निवासी हाउस नंबर 1703/07, स्ट्रीट नंबर 03, फतेहगढ़ मोहल्ला बग्गा कला, लुधियाना (पंजाब) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी खुद को बिहार के आरा जिले का निवासी बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहा था।
यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन में अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। पुलिस अधीक्षक नगर के मार्गदर्शन, क्षेत्राधिकारी कैण्ट के पर्यवेक्षण तथा थाना प्रभारी नितिन रघुनाथ श्रीवास्तव के नेतृत्व में गठित टीम ने आरोपी को पेशेवर तरीके से गिरफ्तार किया।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, 30 अक्टूबर को सांसद गोरखपुर के निजी सचिव ने थाना रामगढ़ताल में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें फोन कर अभद्र भाषा में बात की और जान से मारने की धमकी दी। वादी की शिकायत पर पुलिस ने तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 741/2025 धारा 352, 351(3), 302 भारतीय दंड संहिता में दर्ज किया।
पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण किया। जांच में सामने आया कि धमकी भरा कॉल पंजाब के लुधियाना से किया गया था। इसके बाद टीम ने आरोपी का ठिकाना ट्रेस किया और रणनीति बनाते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया।
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थाना प्रभारी नितिन रघुनाथ श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए गए हैं। उनकी जांच चल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि धमकी देने के पीछे उसकी मंशा क्या थी और कहीं कोई अन्य व्यक्ति या नेटवर्क तो शामिल नहीं। अधिकारी ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आ सकती हैं।
गिरफ्तारी टीम में उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार सिंह (चौकी प्रभारी पाम पैराडाइज), उपनिरीक्षक रॉकी गुप्ता और कांस्टेबल कृष्ण कुमार सिंह शामिल थे। टीम ने सटीक सूचना और समन्वय के साथ कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया।
पुलिस का कहना है कि यह कार्रवाई गोरखपुर पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण है। ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार की धमकी या आपराधिक हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी भी व्यक्ति द्वारा जनप्रतिनिधि या उनके सहयोगियों को धमकाने की कोशिश की गई तो उसे कानून के दायरे में लाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी।