

खजनी तहसील के रामपुरवा इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों ने वर्ष 2024 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बेहतरीन परिणाम दिया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
रामपुरवा इंटर कॉलेज
गोरखपुर: मेहनत, लगन और सपनों की उड़ान अगर सच्चे दिल से हो तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती। यह साबित कर दिखाया है गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों ने, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से न सिर्फ अपने विद्यालय बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन कर दिया है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, खजनी तहसील के रामपुरवा इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों ने वर्ष 2024 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में बेहतरीन परिणाम देकर यह सिद्ध कर दिया कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। इन बच्चों की सफलता गांव से निकलकर पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है।
12वीं की परीक्षा में शिवम यादव पुत्र हरिकृष्णा यादव और अनूप कुमार यादव पुत्र शंभूनाथ यादव ने 401 अंक प्राप्त कर विद्यालय में पहला स्थान हासिल किया। श्रीजल ने 395 अंक, दीपक कुमार पुत्र बाबूराम ने 388 अंक और ज्योति पुत्री ओमप्रकाश ने 385 अंक प्राप्त किए। वहीं, रबिना कुमारी ने 362 अंकों के साथ अपनी मेहनत का लोहा मनवाया।
10वीं की परीक्षा में अनामिका पुत्री धर्मराज सिंह ने 556 अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। हर्षिता पांडे पुत्री अनिल पांडे ने 543 अंक और आदर्श यादव पुत्र रमेश यादव ने 531 अंक प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया।
बता दें कि इन विद्यार्थियों की सफलता यूं ही नहीं मिली। खेतों में काम करने वाले माता-पिता का सहयोग, रातों की नींद छोड़कर पढ़ाई करने का जुनून और शिक्षकों का मार्गदर्शन, इन सभी ने मिलकर इन बच्चों की राह आसान की। कई बच्चों ने मिट्टी के चूल्हे की रोशनी में पढ़ाई की, लेकिन अपने हौसले को कभी कम नहीं होने दिया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. महानन्द द्विवेदी ने छात्रों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, हमारे बच्चों ने यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी किसी से पीछे नहीं हैं। यह सफलता पूरे गोरखपुर के लिए गौरव की बात है।
बोर्ड परीक्षा के परिणाम आने के बाद रामपुरवा गांव में उत्सव का माहौल है। स्कूल परिसर में छात्रों का सम्मान किया गया और शिक्षक, अभिभावक व ग्रामीणों ने मिलकर उनकी उपलब्धियों को सराहा।
टॉपर शिवम यादव ने बताया कि वो रात में 2-3 घंटे पढ़ाई करता था और सिर्फ एक ही सोच थी कि अपने गांव और माता-पिता का नाम रोशन करना है। अन्य छात्रों ने भी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार को दिया।
रामपुरवा इंटर कॉलेज के विद्यार्थियों की यह उपलब्धि न सिर्फ एक विद्यालय की कहानी है, बल्कि यह संदेश है कि अगर जज्बा हो तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। यह सफलता देशभर के ग्रामीण छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन चुकी है।