

नोएडा की मूल निवासी शिवांगी मरियम राज इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई है। लेकिन अब उसने ऐसा कांड कर दिया, जिससे हर कोई हैरान है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
शिवांगी मरियम (फाइल फोटो)
नोएडा: शिवांगी मरियम राज एक अंतरराष्ट्रीय वामपंथी पत्रिका द फनमबुलिस्ट में संचार प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं, इन दिनों सोशल मीडिया पर किए गए विवादास्पद बयानों को लेकर तीखी आलोचना और गंभीर आरोपों के घेरे में हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, सोशल मीडिया पर साझा की गई उनकी पोस्टों और स्टोरीज में हाल ही में हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए आतंकवादी हमले को समर्थन और औचित्य प्रदान करने की बात कही गई है। इन पोस्टों को आतंकी गतिविधियों का महिमामंडन माना जा रहा है।
कश्मीरी प्रतिरोध को बर्दाश्त नहीं कर सकते
शिवांगी ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर जो विचार साझा किए हैं, उनमें कश्मीर और फिलिस्तीन के संदर्भ में भारत विरोधी बयान प्रमुखता से शामिल हैं। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा है, “यदि आप कश्मीरी प्रतिरोध को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं तो आप फिलिस्तीनी प्रतिरोध की जीत का जश्न नहीं मना सकते। यह मुक्ति और आत्मनिर्णय का सवाल है। भारतीय पर्यटक दुनिया के सबसे घनी सैन्यीकृत क्षेत्र में क्या कर रहे थे?”
She is Shivangi Mariam Raj, from Noida/Uttar Pradesh, is openly expressing support for the recent terrorist attack targeting Hindus.
Her Instagram account contains multiple posts and stories that glorify and justify terrorism & the recent terror attack.
She contributes to… pic.twitter.com/5ipauv3jOX
— Hindutva Knight (@HPhobiaWatch) April 25, 2025
सुरक्षा और अखंडता पर सवाल खड़े
उनकी इस टिप्पणी को देश की सुरक्षा और अखंडता के विरुद्ध मानते हुए कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं और सुरक्षा मामलों के जानकारों ने चिंता जताई है। इस प्रकार की टिप्पणियों को आतंक के समर्थन में खड़ा होना और भारत की सुरक्षा व्यवस्था के प्रति असहमति का रूप माना जा रहा है। बताया गया है कि शिवांगी मरियम राज पहले भी अल जजीरा जैसी भारत विरोधी मानी जाने वाली प्रचार एजेंसियों के लिए योगदान कर चुकी हैं। द फनमबुलिस्ट जहां वह वर्तमान में कार्यरत हैं, वहां हमास-समर्थक सामग्री प्रकाशित करने के लिए जाना जाता है। ऐसे में उनकी भूमिका और विचारधारा पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं।
सख्त कार्रवाई की मांग
कई सामाजिक और राजनीतिक संगठनों ने शिवांगी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि जिस प्रकार खुलेआम आतंकी घटनाओं का समर्थन किया जा रहा है। वह यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act) और एनएसए (National Security Act) के तहत जांच और कार्रवाई की मांग करता है।