Gorakhpur: गोरखपुर के गोला थाना क्षेत्र में दहेज लोभियों की क्रूरता की एक और दर्दनाक कहानी सामने आई है। घोड़साव गांव निवासिनी संध्या, पुत्री सुख राज गुप्ता ने अपने पति आनंद गुप्ता, सास, ससुर, ननद, देवर और दो रिश्तेदारों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का सनसनीखेज मामला दर्ज कराया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गोला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 85, 115(2), 352 और दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 की धारा 3 व 4 के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला क्षेत्र में दहेज जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग को और बल दे रहा है।
पीड़िता ने ये लगाया आरोप
दरअसल, संध्या ने अपनी तहरीर में बताया कि सात साल पहले उनकी शादी गगहा थाना क्षेत्र के करनौती गांव निवासी आनंद गुप्ता के साथ हुई थी। शादी में उनके पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर तीन लाख रुपये नकद, तीन सोने की अंगूठियां, एक सोने की चेन और गृहस्थी का तमाम सामान दिया था। लेकिन, ससुराल वालों की लालच की भूख यहीं खत्म नहीं हुई। पति आनंद, सास, ससुर, ननद, देवर और गगहा के पोखरी गांव के दो रिश्तेदारों ने लगातार अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी। मांग पूरी न होने पर संध्या को गाली-गलौज, मारपीट और मानसिक प्रताड़ना का शिकार बनाया गया।
पिता की आर्थिक तंगी का दिया हवाला
इसके साथ ही संध्या ने अपनी तहरीर में यह भी बताया कि जब उन्होंने अपने पिता की आर्थिक तंगी का हवाला देकर और दहेज लाने में असमर्थता जताई, तो ससुराल वालों ने उनकी जिंदगी नरक बना दी। आठ माह पहले, ससुराल वालों ने उन्हें बेरहमी से मारपीट कर घर से निकाल दिया। तब से संध्या अपने दो मासूम बच्चों के साथ मायके में रह रही हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि ससुराल लौटने पर उनकी जान को गंभीर खतरा हो सकता है, क्योंकि ससुराल वालों का व्यवहार बेहद क्रूर और अमानवीय रहा है।
गोला पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है, और आगे की कार्रवाई जांच के निष्कर्षों पर आधारित होगी।