रायबरेली में BLO ने जिंदा महिला को SIR फॉर्म में बताया मृत, समाजवादी पार्टी ने उठाया मुद्दा

रायबरेली के सरेनी क्षेत्र में एसआईआर फॉर्म को लेकर समाजवादी पार्टी ने ई-रिक्शा अभियान चलाया, जहां लोगों को फॉर्म भरने और समय पर जमा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 6 December 2025, 2:26 AM IST

Raebareli: सरेनी विधानसभा क्षेत्र में आगामी चुनावों को देखते हुए इन दिनों एसआईआर (SIR) फॉर्म को लेकर व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 4 दिसंबर से बढ़ाकर 11 दिसंबर किए जाने के बाद लोगों में इसे भरने की प्रक्रिया में तेजी आई है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी अपने स्तर से मतदाताओं को जागरूक करने में जुटे हैं।

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विशेष रूप से तीन ई-रिक्शा वाहनों को तैयार कर क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भेजा है, जिन पर “SIR पीडीए प्रहरी” का बैनर लगाया गया है। ये ई-रिक्शा गांव-गांव, बाजारों और प्रमुख चौराहों पर रुककर लोगों को एसआईआर फॉर्म की प्रक्रिया, महत्व और समय पर इसे जमा करने की जानकारी दे रहे हैं। पार्टी का कहना है कि हर पात्र नागरिक तक संदेश पहुँचाना बेहद जरूरी है, ताकि किसी भी मतदाता का नाम मतदाता सूची से न कटे।

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कार्यकर्ताओं ने लोगों से अपील की कि वे अपना SIR फॉर्म भरकर अपने संबंधित BLO (बीएलओ) को समय पर अनिवार्य रूप से जमा करें। उनका कहना है कि यदि कोई व्यक्ति फॉर्म नहीं भरता है या समय पर जमा नहीं करता, तो आगामी चुनावों में उसका मतदान करने का अधिकार प्रभावित हो सकता है। कार्यकर्ताओं ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया की महत्ता बताते हुए कहा कि “वोट ही लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति है”, और हर जिम्मेदार नागरिक को इसे सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक औपचारिकताएँ समय पर पूरी करनी चाहिए।

जिंदा महिला को बताया मृत

वहीं दूसरी ओर रायबरेली में एसआईआर फॉर्म को लेकर गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। गदागंज थाना क्षेत्र के भगवन्तपुर चनन्हिया गांव में बीएलओ द्वारा बिना घर गए और बिना सत्यापन किए एक महिला का एसआईआर फॉर्म भर दिया गया। इस फॉर्म में गांव की जगरानी नामक महिला को मृत दर्शा दिया गया।

मामले को तब तूल मिला, जब “मृत महिला” का यह एसआईआर फॉर्म सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। फॉर्म वायरल होने के बाद महिला जगरानी ने कैमरे के सामने आकर स्पष्ट रूप से कहा कि वह जीवित हैं और बीएलओ द्वारा बिना मिले, बिना पूछे और बिना जांच किए गलत तरीके से उनका फॉर्म भरा गया है। महिला ने पूरी घटना का वीडियो बयान देकर अपनी उपस्थिति और जीवित होने का प्रमाण भी दिया।

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ग्रामीणों का कहना है कि यदि इस प्रकार की लापरवाही जारी रही तो कई पात्र नागरिकों का नाम सूची से हट सकता है, जिससे आने वाले चुनावों में वे अपने लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित हो सकते हैं। लोगों ने मांग की है कि संबंधित बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई हो और भविष्य में ऐसी गलती न दोहराई जाए।

इस घटना ने प्रशासनिक सतर्कता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर ऐसे समय में जब जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग मतदाता सूची को अद्यतन और सही रखने पर जोर दे रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि एक साधारण ग्रामीण महिला को बिना कारण “मृत” दिखाकर फॉर्म भर दिया जा सकता है, तो अन्य लोगों के साथ भी ऐसी गलतियाँ संभव हैं, जो चुनाव व्यवस्था को प्रभावित कर सकती हैं।

Location : 
  • Raebareli

Published : 
  • 6 December 2025, 2:26 AM IST