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नोएडा में पकड़ा गया आतंकी: कभी पढ़ाई में होनहार था जीशान, फिर कैसे बना कुख्यात अपराधी, पिता ने खोले देशद्रोही बेटे के राज

जीशान की कहानी एक प्रतिभाशाली छात्र के रूप में है, जो गेमिंग और गलत संगत के चलते अपराध की दुनिया में पहुंच गया। उसके पिता की बेदखली और सार्वजनिक अस्वीकरण यह दिखाते हैं कि कभी-कभी परिवार भी ऐसे रास्ते पर चले बच्चों से पूरी तरह हाथ खींच लेते हैं। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में लगी हैं कि जीशान अकेले काम कर रहा था या किसी बड़े आतंकी नेटवर्क का हिस्सा था।
Post Published By: Mayank Tawer
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नोएडा में पकड़ा गया आतंकी: कभी पढ़ाई में होनहार था जीशान, फिर कैसे बना कुख्यात अपराधी, पिता ने खोले देशद्रोही बेटे के राज

Noida News: नोएडा से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी जीशान को लेकर उसके पिता आसिफ अली ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। मेरठ निवासी आसिफ ने कहा कि जीशान कभी पढ़ाई में होशियार था, लेकिन बाद में गलत संगत और ऑनलाइन गेमिंग की लत में पड़ गया। यहां तक कि उसने अपने ही माता-पिता को धमकाकर पैसे ऐंठने की कोशिश की भी की थी। जीशान ने खुद की झूठी किडनैपिंग का ड्रामा किया।

बेटे की हरकतों से परेशान हो चुके थे पिता

पिता ने बताया कि वह बेटे की हरकतों से इस कदर परेशान हो चुके थे कि उन्होंने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर उसे कानूनी रूप से बेदखल कर दिया था। बीते 7 नवंबर 2024 को उसे घर से निकाल दिया गया था और तब से परिवार का उससे कोई संपर्क नहीं है।

गिरफ्तार चारों आतंकवादी

पढ़ाई में तेज, फिर पब्जी का नशा

पिता आसिफ अली ने बताया कि जीशान की शुरुआती पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय में हुई थी और वह आठवीं तक पढ़ाई में बहुत तेज था। मगर बाद में वह गलत संगत में पड़ गया। जीशान को मोबाइल गेम पब्जी (PUBG) की लत लग गई थी और वह दिन-रात स्क्रीन पर ही लगा रहता था।

पिता को ही धमकाना शुरू किया

आसिफ ने बताया कि उनका बेटा पूरी रात जागता था। जब भी किसी का कॉल आता, वह बाहर जाकर बात करता था। उसकी हरकतें संदिग्ध लगने लगी थी। हमने टोका तो वह उल्टा हमें ही धमकाने लगा।

झूठी किडनैपिंग और फिरौती की साजिश

परिवार का दावा है कि एक बार जीशान ने अपने ही दोस्तों की मदद से खुद की झूठी किडनैपिंग की कहानी रच दी। पिता को फोन आया कि आपका बेटा अगवा हो गया है और अगर पैसे नहीं दिए तो उसे मार देंगे। बाद में जांच में पता चला कि यह पूरी साजिश खुद जीशान की थी, जिससे वह अपने परिवार से पैसे ले सके।

हमारा उससे अब कोई लेना-देना नहीं

आसिफ अली इस समय मेरठ में दुकान चलाते हैं और बिजली मिस्त्री का भी काम करते हैं। उन्होंने बताया कि डर था कि जीशान की हरकतें मेरे बाकी बच्चों को भी बिगाड़ देंगी। इसलिए मैंने डीएम को आवेदन देकर लिखा कि मेरा उससे कोई संबंध नहीं है। मेरी संपत्ति में उसका कोई हक नहीं रहेगा। अब हमें पता चला कि वह आतंकी गतिविधियों में पकड़ा गया है। लेकिन हमारा उससे कोई वास्ता नहीं है।

जीशान के घर में कौन-कौन?

जीशान चार भाइयों में सबसे छोटा है। बड़े भाई फैजल टाइल्स का काम करते हैं, दूसरा भाई रिहान जनसेवा केंद्र चलाता है, जबकि तीसरा भाई रुहेल बेरोजगार है। परिवार मूल रूप से नोएडा के ललियाना गांव का रहने वाला है, लेकिन अब मेरठ में रहते हैं। जीशान के ताऊ राजनीति में सक्रिय रहे हैं और गाजीपुर मंडी समिति के चेयरमैन रह चुके हैं, लेकिन जीशान का उनसे कोई खास जुड़ाव नहीं था।

नोएडा में संदिग्ध गतिविधियां, किराए पर लिया कमरा

नोएडा के छिजारसी क्षेत्र में जीशान की संदिग्ध गतिविधियां सामने आई हैं। वहां की ‘सैनिक कम्युनिकेशन’ नाम की मोबाइल दुकान पर वह अक्सर घंटों बैठा रहता था। स्थानीय व्यक्ति जान मोहम्मद ने बताया कि वह मोबाइल पर चुपके से बात करता था और पिछले एक महीने से पास में ही किराए के कमरे में रह रहा था। आपको बता दें कि 22 जुलाई 2025 को एटीएस की टीम मौके पर पहुंची और करीब दोपहर 1:30 बजे जीशान को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई।

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