Sonbhadra: जिले के दुद्धी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पिपरडीह गांव के शाहपुर में मंगलावार की देर शाम एक दर्दनाक हादसा हो गया। गांव के 35 वर्षीय संतोष कुमार पुत्र सुरेश कनहर नदी में नहाने के दौरान तेज धारा में बह गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब संतोष अपने बेटे और पड़ोसी युवक के साथ नदी में नहाने पहुंचे थे। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, संतोष ने जैसे ही पहली डुबकी लगाई, वह तेज बहाव में बहते चले गए और फिर दिखाई नहीं दिए। यह मंजर उनके बेटे ने अपनी आंखों के सामने देखा, जिसके बाद वह जोर-जोर से चीखने लगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, घटना की सूचना मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया। देखते ही देखते कोरगी, जोरकहु, जाबर, महुली और पिपरडीह सहित आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने टॉर्च और लाठियों के सहारे पूरी रात नदी के किनारे और आसपास खोजबीन की, लेकिन संतोष का कोई सुराग नहीं मिल सका।
कनहर नदी की धार ने छीन लिया पिता
स्थानीय ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीण पूरी ताकत से युवक को खोजने में लगे हुए हैं, लेकिन तेज धारा और नदी की गहराई के कारण प्रयास सफल नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि तुरंत एसडीआरएफ या कुशल गोताखोरों की टीम भेजी जाए, ताकि युवक की तलाश की जा सके।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि प्रशासन ने समय रहते कदम उठाया होता तो शायद युवक की जान बचाई जा सकती थी। हादसे के बाद से गांव में शोक की लहर है और परिजन बेसुध हैं। संतोष के नाबालिग बेटे की आंखों के सामने पिता को बहते देखना एक भावुक और हिला देने वाला दृश्य था, जिसने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।
गांव वालों ने खुद चलाई तलाश, प्रशासन से मदद की गुहार
स्थानीय थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि ग्रामीणों ने रातभर तलाशी की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। उन्होंने कहा कि बुधवार को एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया जाएगा, ताकि युवक के शव की तलाश की जा सके। वहीं, ग्रामीणों और परिजनों ने जिलाधिकारी व उपजिलाधिकारी से मांग की है कि जल्द से जल्द एनडीआरएफ या जल पुलिस की टीम को भेजा जाए, जिससे संतोष की तलाश में तेजी लाई जा सके और परिवार को राहत मिल सके।
तेज बहाव और गहराई के कारण स्थानीय स्तर पर खोजबीन में बाधाएं आ रही हैं और अब केवल प्रशिक्षित टीम ही इस तलाशी अभियान को आगे बढ़ा सकती है। फिलहाल गांव में मातम पसरा है और लोग संतोष की सलामती की उम्मीद में तट पर नजरें गड़ाए बैठे हैं। प्रशासन की अगली कार्रवाई का इंतजार किया जा रहा है।