Sonbhadra: ऑनलाइन गेम में महीनेभर से पैसे हार रहा था छात्र, तनाव में आकर की आत्महत्या

सोनभद्र में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास में 22 वर्षीय छात्र युवराज सिंह की आत्महत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। वह दो महीने से ऑनलाइन गेम में पैसे हार रहा था और गंभीर तनाव में था। पुलिस मोबाइल की जांच में जुटी है।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 5 December 2025, 5:56 AM IST
Sonbhadra: ऑनलाइन गेम में महीनेभर से पैसे हार रहा था छात्र, तनाव में आकर की आत्महत्या

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Sonbhadra: सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित लोढ़ी राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास में फर्स्ट ईयर के छात्र युवराज सिंह (22) की आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि युवराज पिछले दो महीनों से ऑनलाइन गेम में लगातार पैसे हार रहा था, जिससे वह गंभीर आर्थिक और मानसिक तनाव में जी रहा था।

बुधवार शाम हॉस्टल में युवराज का शव पंखे से लटका मिला था। कमरे में वह अकेला था। घटना देखकर सहपाठियों ने तुरंत कॉलेज प्रशासन को जानकारी दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। साथ ही परिजनों को भी सूचित किया गया।

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दोस्तों के बयान से खुली बड़ी बात

सीओ नगर रणधीर कुमार मिश्र ने बताया कि युवराज के दो करीबी दोस्तों से पूछताछ की गई है। उन्होंने बताया कि युवराज पिछले लगभग दो महीनों से ऑनलाइन गेम खेल रहा था और उसमें लगातार पैसे हार रहा था। उसने गेम के चक्कर में काफी रकम गंवा दी, जिसके कारण वह गहराई से तनाव में रहता था।

दोस्तों ने बताया कि उन्होंने कई बार युवराज को गेमिंग छोड़ने और पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए समझाया भी था, लेकिन युवराज अपनी आदत पर काबू नहीं कर पाया। धीरे-धीरे उसका व्यवहार भी बदलने लगा था और वह अंदर-ही-अंदर तनाव और आर्थिक दबाव से टूटता जा रहा था।

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परिवार ने घरेलू तनाव से किया इनकार

पुलिस द्वारा की गई प्राथमिक पूछताछ के अनुसार, युवराज के परिवार वालों ने किसी भी तरह के घरेलू विवाद, तनाव या पारिवारिक दिक्कत से इनकार किया है। परिवार का कहना है कि युवराज पढ़ाई में ठीक था और घर में सब कुछ सामान्य था। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें युवराज के ऑनलाइन गेमिंग की लत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। परिजनों का कहना है कि युवराज मोबाइल चलाता था, लेकिन वह घर पर कभी गेम खेलने को लेकर परेशान नहीं दिखा।

कम उम्र में बढ़ती ऑनलाइन गेमिंग लत पर सवाल

युवराज की मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ऑनलाइन गेमिंग की विकृति किस तरह युवाओं को मानसिक रूप से प्रभावित कर रही है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां छात्र ऑनलाइन गेम में हारते-हारते कर्ज में डूब जाते हैं और तनाव में आकर चरम कदम उठा लेते हैं। युवराज भी लगभग उसी जाल में फंस गया था। लगातार पैसे हारने से वह आर्थिक दबाव में आ गया था, लेकिन किसी को बताए बिना अकेले ही यह बोझ झेलता रहा।

जांच और आगे की कार्रवाई

सीओ रणधीर मिश्रा ने बताया कि पुलिस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। कमरे से युवक का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है, जिसकी डिजिटल जांच कराई जाएगी। इससे यह पता चलेगा कि वह कौन-सा गेम खेलता था, कितना पैसा खर्च हुआ और तनाव का स्तर कितना था।

Sonbhadra: सोनभद्र जिले के राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित लोढ़ी राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रावास में फर्स्ट ईयर के छात्र युवराज सिंह (22) की आत्महत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सामने आया है कि युवराज पिछले दो महीनों से ऑनलाइन गेम में लगातार पैसे हार रहा था, जिससे वह गंभीर आर्थिक और मानसिक तनाव में जी रहा था।

बुधवार शाम हॉस्टल में युवराज का शव पंखे से लटका मिला था। कमरे में वह अकेला था। घटना देखकर सहपाठियों ने तुरंत कॉलेज प्रशासन को जानकारी दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। साथ ही परिजनों को भी सूचित किया गया।

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दोस्तों के बयान से खुली बड़ी बात

सीओ नगर रणधीर कुमार मिश्र ने बताया कि युवराज के दो करीबी दोस्तों से पूछताछ की गई है। उन्होंने बताया कि युवराज पिछले लगभग दो महीनों से ऑनलाइन गेम खेल रहा था और उसमें लगातार पैसे हार रहा था। उसने गेम के चक्कर में काफी रकम गंवा दी, जिसके कारण वह गहराई से तनाव में रहता था।

दोस्तों ने बताया कि उन्होंने कई बार युवराज को गेमिंग छोड़ने और पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए समझाया भी था, लेकिन युवराज अपनी आदत पर काबू नहीं कर पाया। धीरे-धीरे उसका व्यवहार भी बदलने लगा था और वह अंदर-ही-अंदर तनाव और आर्थिक दबाव से टूटता जा रहा था।

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परिवार ने घरेलू तनाव से किया इनकार

पुलिस द्वारा की गई प्राथमिक पूछताछ के अनुसार, युवराज के परिवार वालों ने किसी भी तरह के घरेलू विवाद, तनाव या पारिवारिक दिक्कत से इनकार किया है। परिवार का कहना है कि युवराज पढ़ाई में ठीक था और घर में सब कुछ सामान्य था। हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें युवराज के ऑनलाइन गेमिंग की लत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। परिजनों का कहना है कि युवराज मोबाइल चलाता था, लेकिन वह घर पर कभी गेम खेलने को लेकर परेशान नहीं दिखा।

कम उम्र में बढ़ती ऑनलाइन गेमिंग लत पर सवाल

युवराज की मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि ऑनलाइन गेमिंग की विकृति किस तरह युवाओं को मानसिक रूप से प्रभावित कर रही है। कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां छात्र ऑनलाइन गेम में हारते-हारते कर्ज में डूब जाते हैं और तनाव में आकर चरम कदम उठा लेते हैं। युवराज भी लगभग उसी जाल में फंस गया था। लगातार पैसे हारने से वह आर्थिक दबाव में आ गया था, लेकिन किसी को बताए बिना अकेले ही यह बोझ झेलता रहा।

जांच और आगे की कार्रवाई

सीओ रणधीर मिश्रा ने बताया कि पुलिस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। कमरे से युवक का मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है, जिसकी डिजिटल जांच कराई जाएगी। इससे यह पता चलेगा कि वह कौन-सा गेम खेलता था, कितना पैसा खर्च हुआ और तनाव का स्तर कितना था।

Location : 
  • Sonbhadra

Published : 
  • 5 December 2025, 5:56 AM IST