

कानपुर में जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी के बीच गहराये विवाद में अब नया मोड़ आया है। सीएमओ को सस्पेंड कर दिया गया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी रिपोर्ट
कानपुर में DM vs CMO विवाद
लखनऊ: कानपुर में दो अफसरों की लड़ाई पूरे राज्य में चर्चा के केंद्र में बनी हुई है। कानपुर के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डॉ हरिदत्त नेमी के बीच गहराये विवाद में अब नया मोड़ आया है। गुरूवार को सीएमओ डॉ हरिदत्त नेमी को सस्पेंड कर दिया गया है और उनकी जगह पर नये चीफ मेडिकल ऑफिसर की नियुक्ति की गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता क अनुसार उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य एव परिवार कल्याण विभाग में सचिव रितु महेश्वरी की ओर से गुरूवार को कानपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी के पद पर नई नियुक्ति और डॉ हरिदत्त नेमी के निलंबन की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इस अधिसूचना में डॉ हरिदत्त नेमी पर कई गंभीर आरोप लगाये गये हैं।
डॉ हरिदत्त नेमी को उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक (अनुशासन एवं अपील) नियमावली-1999 के नियम-4 (1) के तहत तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता क अनुसार शासन द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि डॉ हरिदत्त नेमी, मुख्य चिकित्साधिकारी, कानपुर नगर द्वारा राष्टीय स्वास्थ्य मिशन में रिक्त पदों पर की जाने वाली नियुक्तियों के संबंध में चयन प्रक्रिया के विपरीत पदों का विज्ञापन/प्रकाशन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की बेवसाइट पर नहीं कराया गया। इसके साथ ही जिला स्वास्थ्य समिति तथा मुख्य विकास अधिकारी, कानपुर नगर के स्पष्ट निर्देशों का भी उन्होंने पालन नहीं किया।
सीएमओ पद से निलंबित किये गये डॉ हरिदत्त नेमी पर आरोप है कि वे आयुष परीक्षा के सापेक्ष किये गये साक्षात्कारों का परिणाम साक्षात्कार के चार दिवस के भीतर नहीं करा सके और इसके लिये चयन के काफी समय के बाद तक जिला स्वास्थ्य समिति से अनुमोदित नहीं कराया, जिससे चयन प्रक्रिया प्रभावित हुई।
डॉ हरिदत्त नेमी को निलम्बन अवधि के लिये कार्यालय महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, उत्तर प्रदेश, लखनऊ से सम्बद्ध किया गया है।