Meerut: बहुचर्चित सौरभ हत्याकांड की सुनवाई सोमवार को फिर से जोर पकड़ती नजर आई। इस दिन अदालत में सीमेंट विक्रेता आशु उर्फ अक्षय ने महत्वपूर्ण गवाही दी, जिसने मामले में नई दिशा दी है। आशु ने कोर्ट को बताया कि आरोपी साहिल और मुस्कान ने उससे 550 रुपये में एक बोरी सीमेंट और तीन बोरी रेत खरीदी थी। यह खरीद तब हुई थी, जब सौरभ की हत्या की साजिश रची जा रही थी। आशु की यह गवाही अभियोजन पक्ष के लिए काफी अहम मानी जा रही है।
ऑनलाइन शिनाख्त से हुआ सच का पर्दाफाश
गवाह आशु को अदालत में पेश किया गया, जहां उसे ऑनलाइन माध्यम से मुस्कान और साहिल की शिनाख्त कराई गई। आशु ने बिना किसी हिचकिचाहट के दोनों को पहचान लिया और स्पष्ट किया कि इन्हीं दोनों ने उससे सामान खरीदा था। अदालत में इस गवाही को केस के लिए निर्णायक माना जा रहा है क्योंकि इससे आरोपियों की गतिविधियों का तार जुड़ता है।
सुनवाई की अगली तारीख
सुनवाई के दौरान मुस्कान और साहिल की वकील रेखा जैन अनुपस्थित रहीं, जबकि उनकी ओर से सहायक अधिवक्ता ने जिरह की। दूसरी ओर अभियोजन पक्ष की ओर से डीजीसी केके चौबे और मृतक सौरभ के पक्ष से विजय बहादुर सिंह मौजूद थे। अदालत ने गवाह आशु के बयान दर्ज कर लिए हैं और अगले चरण में 3 सितंबर को डिफेंस की ओर से इस गवाही पर क्रॉस एग्जामिनेशन होगा।
अब तक 5 गवाहों की गवाही पूरी
इस मामले में अब तक कुल 5 गवाहों की गवाही हो चुकी है। सीमेंट विक्रेता आशु इस केस के छठे गवाह हैं। कुल 34 गवाहों की सूची में से अब तक ज्यादातर प्रमुख गवाह बयान दे चुके हैं। इनमें ड्रम विक्रेता, चाकू और उस्तरा बेचने वाले व्यापारी भी शामिल हैं। सभी गवाहों ने कोर्ट में साहिल और मुस्कान को पहचानते हुए स्वीकार किया है कि उन्होंने उनसे सामान खरीदा था।
जेल में बेहतर हो रही है दोनों की सेहत
करीब साढ़े पांच महीने से जेल में बंद आरोपी साहिल और मुस्कान की सेहत में अब सुधार देखा जा रहा है। साहिल के बाल कट चुके हैं और दोनों की तंदुरुस्ती पहले से बेहतर हुई है। अदालत में पेशी के दौरान गवाहों ने भी यह टिप्पणी की कि अब दोनों पहले से ज्यादा स्वस्थ और बदले हुए नजर आ रहे हैं।
ड्रम विक्रेता की पहचान भी हुई दर्ज
इससे पहले 27 अगस्त को ड्रम विक्रेता की गवाही हुई थी। जब उसने मुस्कान और साहिल को कोर्ट में देखा तो तुरंत पहचान लिया और कहा, “यही लोग मेरी दुकान से ड्रम खरीदकर गए थे।” ड्रम विक्रेता ने यह भी कहा कि दोनों अब पहले से ज्यादा खूबसूरत लग रहे हैं।
अब आगे क्या होगा?
लगातार हो रही गवाहों की शिनाख्त और गवाही से मामला अभियोजन पक्ष के पक्ष में मजबूत होता जा रहा है। दूसरी ओर बचाव पक्ष अब इन गवाहियों को कमजोर करने के लिए क्रॉस एग्जामिनेशन की रणनीति बना रहा है। 3 सितंबर की सुनवाई इस केस में निर्णायक साबित हो सकती है।

