सुमित की मौत के बाद उसका सोशल मीडिया अकाउंट सामने आया, जिसमें एक-दो नहीं बल्कि करीब 139 भावुक और डराने वाली पोस्ट मौजूद हैं। एक पोस्ट में उसने लिखा, “भगवान से एक ही गुजारिश है, मरने के बाद दोबारा जिंदगी मत देना।” वहीं दूसरी पोस्ट में उसने प्रेमिका को लेकर लिखा, “एक दिन तू खुद बोलेगी कि वो तो सच्चा प्यार करता था।”

मृतक का फाइल फोटो
Meerut: मेरठ के दौराला इलाके में रविवार देर रात एक ऐसी मौत सामने आई, जिसने पुलिस से लेकर परिजनों तक को असमंजस में डाल दिया। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में तैनात 31 वर्षीय सुपरवाइजर सुमित सैनी ने आम के बाग में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौत से पहले उसने अपनी प्रेमिका को फोन कर आत्महत्या की बात कही और सोशल मीडिया पर दर्द से भरी दर्जनों पोस्ट डाल दीं। ये पोस्ट अब उसकी टूटी हुई मानसिक हालत की गवाही बन गई हैं।
आम के बाग में मिला शव, गांव में फैला सन्नाटा
रविवार देर रात दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव में आम के बाग से सुमित का शव फंदे पर लटका मिला। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। सुमित मूल रूप से जानी थाना क्षेत्र के किठौली गांव का रहने वाला था और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत था।
मौत से पहले सोशल मीडिया पर छलका दर्द
सुमित की मौत के बाद उसका सोशल मीडिया अकाउंट सामने आया, जिसमें एक-दो नहीं बल्कि करीब 139 भावुक और डराने वाली पोस्ट मौजूद हैं। एक पोस्ट में उसने लिखा, “भगवान से एक ही गुजारिश है, मरने के बाद दोबारा जिंदगी मत देना।” वहीं दूसरी पोस्ट में उसने प्रेमिका को लेकर लिखा, “एक दिन तू खुद बोलेगी कि वो तो सच्चा प्यार करता था।”
रिश्तों का बोझ और मुकदमे की परछाई
पुलिस के मुताबिक, सुमित की प्रेमिका ने पूर्व में उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बावजूद सुमित लगातार उसे फोन कर मनाने की कोशिश करता रहा, लेकिन प्रेमिका ने साफ इनकार कर दिया। इसी वजह से वह लंबे समय से मानसिक तनाव में था।
बैग से मिला सुसाइड नोट, बढ़ा सस्पेंस
पुलिस को सुमित के बैग से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने लिखा कि वह अपनी जिंदगी से तंग आ चुका है और उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। उसने यह भी लिखा कि उसके बाद किसी को परेशान न किया जाए।
भाई के आरोप और नोट में विरोधाभास
सुमित के बड़े भाई दीपक ने प्रेमिका पर ब्लैकमेल करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं सुसाइड नोट में किसी को दोषी न ठहराने की बात लिखी गई है। इसी विरोधाभास के चलते पुलिस अब तक एफआईआर दर्ज नहीं कर सकी है।
पुलिस जांच में जुटी
सीओ दौराला प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है। कॉल रिकॉर्ड्स, सोशल मीडिया पोस्ट और परिजनों के आरोपों की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।