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हापुड़ की मोनाड विश्वविद्यालय पहुंची लखनऊ एसटीएफ टीम, कुछ स्टाफ भागा और कई को पकड़ा, जानिए पूरा मामला

टीम को देखकर विश्वविद्यालय का स्टॉफ दीवार कूदकर मौके से फरार हो गया। कुछ शिक्षकों को हिरासत में लेकर टीम पूछताछ करने में जुट गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की यह रिपोर्ट
Post Published By: Mayank Tawer
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हापुड़ की मोनाड विश्वविद्यालय पहुंची लखनऊ एसटीएफ टीम, कुछ स्टाफ भागा और कई को पकड़ा, जानिए पूरा मामला

हापुड़: कोतवाली पिलखुवा क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग-9 स्थित मोनाड विश्वविद्यालय में गुरुवार की दोपहर को लखनऊ एसटीएफ टीम फर्जी मार्कशीट खोटाले के प्रकरण की जांच करने के लिए पहुंची। टीम को देखकर विश्वविद्यालय का स्टॉफ दीवार कूदकर मौके से फरार हो गया। कुछ शिक्षकों को हिरासत में लेकर टीम पूछताछ करने में जुट गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, मोनाड विश्वविद्यालय के मालिक विजेंद्र सिंह हुड्डा के आदेश पर ही हरियाणा में फर्जी मार्कशीट बनाने का काम किया जा रहा था। जिसमें वो छात्रों से मोटी रकम वसूल कर उनको फर्जी मार्कशीट बना कर दे दिया करते थे। 17 मई की दोपहर को एसटीएफ सीओ संजीव कुमार दीक्षित के नेतृत्व में टीम ने मौके पर पहुंचकर मालिक विजेंद्र हुड्डा समेत दस आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद हरियाणा के फरीदाबाद से आरोपी राजेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गुरुवार की दोपहर को टीम विश्वविद्यालय पहुंची और शिक्षकों से पूछताछ शुरू कर दी।

एसटीएफ करेगी अब पूरे मामले की जांच

मोनाड विश्वविद्यालय के फर्जी घोटाले की जांच अब तक पुलिस कर रही थी। जिसके बाद जांच को एसटीएफ को दिया गया है। एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि अभी तक की जांच में कुछ ओर नाम प्रकाश में आए है। जिनके बारे में सबूत जुटाया जा रहा है। जिसके बाद उनको हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी।

फर्जी मार्कशीट से नौकरी लेने वाले भी है रडार पर

मोनाड विश्वविद्यालय की स्थापना 2010 में हुई थी। शुरू से ही विश्वविद्यालय सुर्खियों में बना रहा था। विश्वविद्यालय से बिना पढ़ाई करने वालों ने रुपये के बल पर मोटी रकम देकर फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां ले ली। सूत्रों का कहना है कि जिन्होंने भी फर्जा मार्कशीट और डिग्रियां से नौकरी ली है। वो भी सब रडार पर है।

प्रोफेसर की डिग्री के बाद खुला था खेल

हरियाणा विश्वविद्यालय में नियुक्त एक प्रोफेसर ने मोनाड विश्वविद्यालय से डिग्री ली थी। जब उनकी डिग्री की जांच की गई तो डिग्री जांच में फर्जी निकली थी। जिसके बाद हरियाणा विश्वविद्यालय ने शिकायत की थी। जिसके बाद फर्जी मार्कशीट, डिग्री बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ था।

क्या कहती है पुलिस

सीओ पिलखुवा अनीता चौहान ने बताया कि मोनाड प्रकरण की जांच एसटीएफ की टीम करेगी। जिसके चलते पूछताछ करने के लिए टीम विश्वविद्यालय में आती रहेगी। फिलहाल अभी किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।

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