कानपुर देहात के रूरा स्टेशन पर दिल्ली–हावड़ा अप महानंदा एक्सप्रेस की बोगी (S2) से धुआं उठने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। रेलवे टीम ने ट्रेन को रोककर तकनीकी जांच की। ब्रेक जाम के कारण धुआं निकला था। कोई घायल नहीं हुआ। त्वरित कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया।

रेल कर्मचारी समस्या को ठीक करते हुए
Kanpur Dehat: जनपद कानपुर देहात के रूरा रेलवे स्टेशन पर बुधवार दोपहर अचानक अफरा-तफरी मच गई, जब दिल्ली–हावड़ा मुख्य रेल मार्ग से गुजर रही अप महानंदा एक्सप्रेस की बोगी (S2) से धुआं उठने लगा। धुआं उठते ही यात्रियों में भय और घबराहट फैल गई, कई यात्री तत्काल बोगी से बाहर निकलने लगे।
घटना के समय यात्रियों ने तुरंत ट्रेन के कर्मचारियों को स्थिति की जानकारी दी। सूचना मिलते ही ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए ट्रेन को रूरा स्टेशन पर रोक दिया। ट्रेन रुकते ही यात्रियों को सुरक्षित दूरी पर जाने की सलाह दी गई।
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स्थान पर स्टेशन प्रशासन और रेलवे की तकनीकी टीम पहुंची और स्थिति का निरीक्षण किया। तकनीकी टीम ने पाया कि बोगी के नीचे स्थित बैगन (ब्रेक शू) में जाम होने के कारण अत्यधिक गर्मी उत्पन्न हुई, जिससे धुआं निकलने लगा। रेलवे टीम ने अग्निशमन यंत्र और उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके गर्म हिस्से को ठंडा किया और धुआं पूरी तरह नियंत्रित कर लिया।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह तकनीकी गड़बड़ी अचानक आई और ब्रेक जाम की समस्या के कारण बोगी से धुआं उठने लगा। हालांकि किसी यात्री को चोट नहीं आई। रेलवे टीम की त्वरित और सतर्क कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया।
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घटना के चलते अप महानंदा एक्सप्रेस करीब 28 मिनट तक रूरा स्टेशन पर खड़ी रही। तकनीकी जांच और सुरक्षा मानकों की पुष्टि होने के बाद ही ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया।
स्टेशन पर मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों ने रेलवे की तत्परता की सराहना की और राहत की सांस ली कि स्थिति समय रहते नियंत्रित कर ली गई। अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की कि किसी भी तकनीकी समस्या या असामान्य स्थिति के समय शांति बनाए रखें और तुरंत ट्रेन कर्मचारियों को सूचित करें।
दिल्ली–हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित रूरा स्टेशन पर यह घटना कुछ समय के लिए यात्रियों में डर और चिंता का माहौल बना गई, लेकिन रेलवे कर्मचारियों और तकनीकी टीम की तत्परता ने बड़े हादसे को टाल दिया। अधिकारियों ने भविष्य में ऐसी तकनीकी गड़बड़ियों को रोकने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण और तकनीकी जांच बढ़ाने का भरोसा दिलाया।