गोरखपुर में पार्षद पर सुपरवाइजर की पिटाई का लगा आरोप, सफाई कर्मियों ने कामकाज ठप कर थाने का घेराव

सोमवार को उस समय बवाल मच गया जब महेवा वार्ड के पार्षद छोटे लाल पर टीपी नगर में तैनात सुपरवाइजर की पिटाई का गंभीर आरोप लगा। बताया जा रहा है कि सुपरवाइजर हाजिरी दर्ज कर रहे थे, तभी अचानक पार्षद अपने आठ-दस समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और बिना किसी वजह के उन पर हमला कर दिया।

Gorakhpur: गोरखपुर नगर निगम क्षेत्र में सोमवार को उस समय बवाल मच गया जब महेवा वार्ड के पार्षद छोटे लाल पर टीपी नगर में तैनात सुपरवाइजर की पिटाई का गंभीर आरोप लगा। बताया जा रहा है कि सुपरवाइजर हाजिरी दर्ज कर रहे थे, तभी अचानक पार्षद अपने आठ-दस समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और बिना किसी वजह के उन पर हमला कर दिया। मारपीट में सुपरवाइजर घायल हो गए, जिन्हें आनन-फानन में उपचार के लिए भेजा गया।

घटना की सूचना जैसे ही अन्य सफाई कर्मियों और ड्राइवरों तक पहुंची, वैसे ही भारी आक्रोश फैल गया। सभी कर्मियों ने कामकाज ठप कर दिया और कचरा उठाने सहित सफाई व्यवस्था को पूरी तरह से रोक दिया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी राजघाट थाने पहुंच गए और थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। गुस्साए कर्मचारियों ने दोषी पार्षद छोटे लाल के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की। उनका साफ कहना था कि जब तक आरोपी पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक वे कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे।

थाने के बाहर घंटों तक चले हंगामे की जानकारी मिलने पर नगर आयुक्त और अपर नगर आयुक्त को मामले की रिपोर्ट दी गई। अपर नगर आयुक्त ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी जताई और पार्षद छोटे लाल को फटकार लगाते हुए इस तरह की हरकत को गंभीर अपराध बताया। उन्होंने साफ कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को अपने पद का दुरुपयोग कर कर्मचारियों से मारपीट करने का अधिकार नहीं है।

इधर सफाई कर्मियों के कार्य बहिष्कार से नगर निगम की पूरी व्यवस्था चरमराकर रह गई है। सड़कों पर कूड़ा जमा होने लगा है और आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई मोहल्लों से शिकायतें आने लगी हैं कि सुबह से सफाई कर्मी नहीं पहुंचे, जिससे गंदगी फैलने लगी है।

कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे किसी भी हालत में काम पर नहीं लौटेंगे। वहीं पुलिस और नगर निगम प्रशासन पर अब यह दबाव है कि वह जल्द से जल्द समाधान निकाले ताकि शहर की बिगड़ती सफाई व्यवस्था दोबारा पटरी पर लौट सके।

फिलहाल पूरा मामला तूल पकड़ चुका है और शहरवासियों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नगर निगम प्रशासन और पुलिस मिलकर सफाई कर्मियों की नाराजगी को शांत करने के लिए क्या कदम उठाते हैं। साफ है कि कार्रवाई के बिना यह विवाद शांत होना मुश्किल दिख रहा है।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 29 September 2025, 1:31 PM IST