

इटावा में इकदिल नगर पंचायत के अध्यक्ष पद उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी को ऐतिहासिक जीत मिली। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
निर्दलीय प्रत्याशी साधना दोहरे की ऐतिहासिक जीत,
इटावा: इटावा जिले की इकदिल नगर पंचायत के अध्यक्ष पद उपचुनाव में सोमवार को मतगणना के बाद एक चौंकाने वाला परिणाम सामने आया। यहां निर्दलीय प्रत्याशी साधना दोहरे ने समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों को बुरी तरह पछाड़ते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह जीत न केवल साधना दोहरे के लिए व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह इकदिल नगर पंचायत की जनता द्वारा उनके दिवंगत सास-ससुर, स्वर्गीय आशाराम गोयल और स्वर्गीय फूलन देवी के प्रति दी गई एक भावपूर्ण श्रद्धांजलि भी मानी जा रही है, जिन्होंने लंबे समय तक जनसेवा की।
जानें किसे कितने मिले वोट
चुनाव परिणामों के अनुसार, निर्दलीय प्रत्याशी साधना दोहरे को कुल 3447 मत प्राप्त हुए। दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी प्रवीण कुमारी दोहरे रहीं, जिन्हें 2369 मत मिले। भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी सरिता कठेरिया 1676 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं, जबकि एक अन्य निर्दलीय प्रत्याशी अनीता देवी को मात्र 42 मत मिले। साधना दोहरे ने समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी को 1078 मतों के बड़े अंतर से हराकर सबसे बड़े मार्जिन की जीत दर्ज की।
जनसेवा की विरासत और युवाओं का साथ
साधना दोहरे के ससुर स्वर्गीय आशाराम गोयल और सास स्वर्गीय फूलन देवी तीन बार नगर पंचायत के अध्यक्ष रह चुके थे और उन्होंने इकदिल में जनसेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उनके निधन के बाद हुए इस उपचुनाव में जनता ने उनकी बहू साधना दोहरे को भारी बहुमत से जिताकर उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इस जीत का एक और महत्वपूर्ण कारण साधना दोहरे के देवर अभिषेक गोयल का सक्रिय योगदान रहा। अभिषेक गोयल, जो कस्बे के प्रिय नेता माने जाते हैं, पिछले 7 सालों से क्षेत्र के जरूरतमंद लोगों की मदद करने में जुटे हैं। इस चुनाव में अभिषेक गोयल की जनसेवा और नये युवाओं का साथ उनकी भाभी की जीत का एक बड़ा कारण बना।
जनता के जनादेश का सम्मान और विकास का वादा
जीत के बाद साधना दोहरे ने अपनी जीत का श्रेय इकदिल नगर पंचायत के हर समाज के लोगों को दिया और कहा कि उन्होंने एक इतिहास रचा है। उन्होंने कहा कि उनके ससुर और सास के कार्यकाल में जो विकास कार्य अधूरे रह गए हैं, उन्हें और अपने चुनाव वादों को पूरा करने का वह प्रयास करेंगी। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं के लिए काम करने का वादा किया, जहां जन समस्याओं की सुनवाई होगी। अभिषेक गोयल ने भी जनता के जनादेश को स्वीकार किया और 3447 मतदाताओं का आशीर्वाद मिलने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत के लोगों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे और विकास के मुद्दे वह लगातार उठाते रहेंगे।