Amroha: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां निकाह की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गई, जब 38 वर्षीय दूल्हे गुड्डू उर्फ परवेज आलम की निकाह के महज एक घंटे बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रविवार को होने वाले वलीमे की तैयारियां पूरी हो चुकी थी, लेकिन दूल्हे की मौत ने पूरे परिवार और इलाके को सदमे में डाल दिया।
परवेज आलम अमरोहा शहर के आलम मोहल्ला नोगजा के रहने वाले थे। वे जामा मस्जिद रोड पर किताबों की दुकान चलाते थे। उनके माता-पिता और बड़े भाई की मौत पहले ही हो चुकी थी। घर में उनका छोटा भाई पप्पू साथ रहता था। शनिवार की रात उनकी बारात मोहल्ला नल नई बस्ती स्थित मैरिज हॉल से निकली थी, जहां उनका निकाह मोहल्ला बड़ा दरबार निवासी बाबू की बेटी सायमा के साथ हुआ।
दो बजे रात अचानक बिगड़ी तबीयत
रात करीब एक बजे निकाह की रस्म पूरी हुई और परवेज अपनी दुल्हन सायमा को लेकर घर लौट आए। लेकिन शादी की खुशियां तब मातम में बदल गई, जब करीब दो बजे रात अचानक परवेज की तबीयत बिगड़ने लगी। परिवारवालों ने पहले उन्हें एक स्थानीय डॉक्टर को दिखाया, लेकिन हालत गंभीर होने पर जोया रोड स्थित निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां से डॉक्टरों ने उन्हें मुरादाबाद रेफर कर दिया।
मुरादाबाद के निजी अस्पताल में पहुंचते ही डॉक्टरों ने गुड्डू उर्फ परवेज आलम को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। जिस घर में अभी कुछ देर पहले शहनाई गूंज रही थी, वहां अब चीख-पुकार मच गई। दुल्हन सायमा, जो कुछ घंटे पहले ही अपने नए जीवन की शुरुआत करने जा रही थी, पति की मौत की खबर सुनकर बेहोश होकर गिर पड़ी। परिवार के लोग उसे संभालने में जुट गए। मोहल्ले में यह खबर फैलते ही लोगों की भीड़ जुट गई। हर कोई यह जानने की कोशिश करने लगा कि आखिर दूल्हे की मौत कैसे हुई।
सीओ सिटी शक्ति सिंह ने बताया
स्थानीय लोगों में चर्चा रही कि मृतक दूल्हे का शरीर पीला पड़ा हुआ था, जिससे कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, परिजनों ने किसी भी तरह की पुलिस जांच कराए बिना ही शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। सीओ सिटी शक्ति सिंह ने बताया कि उन्हें इस घटना की कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। पुलिस को अब तक परिवार की ओर से किसी प्रकार की शिकायत या मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिली है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, गुड्डू उर्फ परवेज आलम शहर में एक शांत और मिलनसार व्यक्ति के रूप में जाने जाते थे। उनकी शादी को लेकर पूरा मोहल्ला खुश था, लेकिन इस हादसे ने सभी को गहरा झटका दिया।
रविवार को जिस दिन उनका वलीमा होना था, उसी दिन घर से उनकी जनाज़ा यात्रा निकली। मोहल्ले के लोग इस घटना को किसी मनहूसियत की तरह देख रहे हैं। फिलहाल, परिजनों के गहरे सदमे में होने के कारण किसी ने अब तक पुलिस में औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है।

