

अंतरराष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह ने थाईलैंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट दोई इथानोंन को फतह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
अंतरराष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय युवा पर्वतारोही नीतीश सिंह ने एक बार फिर देश का नाम गौरवान्वित किया है। नीतीश ने थाईलैंड की सबसे ऊंची चोटी माउंट दोई इथानोंन (2565 मीटर) को 9 मई 2025 को फतह कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह उनकी सातवीं अंतरराष्ट्रीय चोटी की विजय है, जिसके साथ उन्होंने न सिर्फ गोरखपुर, बल्कि उत्तर प्रदेश और पूरे भारत का मान बढ़ाया है।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, नीतीश ने इस अभियान की शुरुआत चियांग माई शहर से सुबह 6 बजे की। नेशनल पार्क पहुंचने के बाद सुबह 8 बजे उन्होंने माउंट दोई इथानोंन की चढ़ाई शुरू की। 35 किलोमीटर की कठिन और चुनौतीपूर्ण चढ़ाई के बाद, नीतीश ने इस चोटी पर तिरंगा फहराकर भारत का गौरव बढ़ाया।
वियतनाम की सबसे ऊंची चोटी की फतह
इससे पहले, नीतीश ने 27 अप्रैल 2025 को वियतनाम की सबसे ऊंची चोटी को फतह कर एक और कीर्तिमान रचा था। इस सफलता के बाद, उन्होंने 3 मई को वियतनाम से कंबोडिया के लिए उड़ान भरी और 5 मई को कंबोडिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट नोम ऑरल (1813 मीटर) पर चढ़ाई का प्रयास किया। हालांकि, निजी कारणों से वह इस चोटी को फतह नहीं कर सके। इसके बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और 8 मई को कंबोडिया से बैंकॉक, फिर चियांग माई पहुंचकर अपने अगले मिशन की तैयारी शुरू की।
कौन हैं नीतीश सिंह?
बता दें कि नीतीश सिंह, शहीद सैनिक अमरजीत सिंह के पुत्र हैं और गोरखपुर के राजेंद्र नगर पश्चिमी न्यू कॉलोनी के निवासी हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे गोरखपुर और देश के लिए गर्व का विषय बन गई है। नीतीश का अगला लक्ष्य और भी प्रेरणादायक है। वे 1000 दिनों में 100 अंतरराष्ट्रीय चोटियों को फतह करने का मिशन शुरू करने जा रहे हैं। यह मिशन सर्व शिक्षा अभियान से प्रेरित है और इसका उद्देश्य अशिक्षित बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के लिए जागरूकता फैलाना और सहयोग जुटाना है।
बता दें कि अब तक नीतीश सिंह ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय चोटियों को फतह कर भारत का गौरव बढ़ाया है। इनमें माउंट एवरेस्ट बेस कैंप, माउंट स्टॉक कांगड़ी (लेह), माउंट रुद्र गैरा (उत्तराखंड), माउंट किलिमंजारो (अफ्रीका), माउंट एलब्रुस (यूरोप), माउंट अरारत (टर्की), माउंट किनाबालू (मलेशिया), माउंट मेरु (अफ्रीका) और कई अन्य प्रमुख शिखर शामिल हैं। हर अभियान में वे सामाजिक संदेश जैसे "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ", "सब पढ़ें-सब बढ़ें", थर्ड जेंडर सम्मान, महामारी जागरूकता जैसे विषयों को लेकर सामने आते हैं। इसके साथ ही गोरखपुर के इस युवा ने साबित कर दिया है कि दृढ़ इच्छाशक्ति और मेहनत से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।