Gorakhpur: गोरखपुर पुलिस ने अपराध की दुनिया में तहलका मचाने वाले एक कुख्यात गैंगस्टर को आखिरकार धर दबोचा है। चौरी चौरा थाना क्षेत्र में चलाए गए एक ऑपरेशन में पुलिस ने गैंगस्टर अविनाश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ छेड़े गए अभियान का हिस्सा थी, जिसने शहर में अपराध के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।
कौन है अविनाश कुमार?
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, अविनाश कुमार पुत्र चन्द्रभूषण, खजनी थाना क्षेत्र के कोठा गांव का निवासी है। यह शातिर अपराधी अपनी गैंग के साथ मिलकर चोरी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश जैसे संगीन अपराधों को अंजाम देता था। उसका आपराधिक रिकॉर्ड किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं है। अविनाश के खिलाफ चौरी चौरा थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा (232/2025) दर्ज था। इसके अलावा, उसके नाम पर चोरी (धारा 379), धोखाधड़ी (धारा 420), आपराधिक विश्वासघात (धारा 406) और साजिश (धारा 120बी) जैसे कई मामले दर्ज हैं।
कैसे पुलिस के हत्थे चढ़ा कुख्यात गैंगस्टर
जानकारी के अनुसार, पुलिस का मास्टरस्ट्रोक पुलिस अधीक्षक उत्तरी के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा के पर्यवेक्षण में, प्रभारी निरीक्षक चौरी चौरा ने अपनी टीम के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। सब-इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार सिंह की अगुवाई में पुलिस टीम ने अविनाश को जाल में फंसाया। इस टीम में उ0नि0 अजीत कुमार यादव, रजनीश मिश्रा, म0उ0नि0 पम्पी कुमारी यादव, हेड कांस्टेबल अवधेश कुमार यादव, विकास कुमार, और कांस्टेबल विकास सिंह व सूरज यादव शामिल थे। इस साहसिक कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि गोरखपुर पुलिस अपराधियों के लिए ‘यमदूत’ से कम नहीं है।
पुलिस के मुताबिक, अविनाश और उसकी गैंग ने संगठित तरीके से चोरी और धोखाधड़ी जैसे अपराधों को अंजाम दिया। इनके कारनामों ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला रखी थी। गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे ने अविनाश को कानून के शिकंजे में ला दिया। अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि गैंग के अन्य सदस्यों और उनके अपराधों का पर्दाफाश हो सके। गिरफ्तारी के बाद अविनाश के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई शुरू हो चुकी है। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई से अपराधियों में खौफ पैदा होगा और गोरखपुर में कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने में मदद मिलेगी।