

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां रुद्रपुर कोतवाली थाना क्षेत्र में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
छत से गिरने पर युवक की दर्दनाक मौत
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां रुद्रपुर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत महदहा गांव में बारिश के दौरान छत से फिसलकर गिरने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। मृतक की पहचान सत्यवान निषाद पुत्र स्वर्गीय लाल बहादुर निषाद के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 30 वर्ष थी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, घटना सोमवार रात करीब 12:30 बजे की है, जब गांव महदहा निवासी सत्यवान निषाद अपने घर की छत पर सोए हुए थे। मौसम में अचानक बदलाव के चलते बारिश शुरू हो गई। परिजनों के अनुसार, जैसे ही बारिश तेज हुई, सत्यवान बिस्तर समेटने लगे और इस प्रयास में संतुलन बिगड़ने के कारण छत से नीचे गिर पड़े। गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि घर के अंदर मौजूद परिवार वाले तुरंत बाहर निकल आए।
नीचे पहुंचे परिजनों ने देखा कि सत्यवान निषाद अचेत अवस्था में पड़े हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत 108 नंबर एंबुलेंस को कॉल किया गया। एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल युवक को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रुद्रपुर ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज, देवरिया रेफर कर दिया।
देवरिया मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में डॉक्टरों ने सत्यवान निषाद को देखते ही मृत घोषित कर दिया। मौत की पुष्टि होते ही परिवार में कोहराम मच गया। जैसे ही यह खबर गांव में फैली, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मृतक सत्यवान निषाद परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य बताया जा रहा है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति पर भी भारी संकट मंडराने लगा है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मौत को हादसा मानते हुए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
गांव के लोगों के अनुसार सत्यवान निषाद एक मिलनसार और मेहनती युवक थे। उनके असमय निधन से पूरे गांव में शोक की स्थिति है। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और प्रशासन से मुआवजे की मांग की जा रही है। यह हादसा एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि बारिश के मौसम में खुले स्थानों पर या छतों पर सोना कितना खतरनाक साबित हो सकता है। प्रशासन और ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए सतर्कता बरती जाए।