कानपुर देहात से एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जिसने न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का माहौल बना दिया है। दरअसल रसूलाबाद कस्बे की रहने वाली बेटी प्रतिमा ने पढ़-लिखकर इंजीनियर बनकर पिता का नाम रोशन किया, और अब अपनी शादी में ऐसा फैसला लिया है।

प्रतिमा बनेगी दुल्हन और हेलिकॉप्टर से जाएगी बिहार
Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जिसने न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का माहौल बना दिया है। दरअसल रसूलाबाद कस्बे की रहने वाली बेटी प्रतिमा ने पढ़-लिखकर इंजीनियर बनकर पिता का नाम रोशन किया, और अब अपनी शादी में ऐसा फैसला लिया है, जिसने सभी को हैरान भी किया है और गर्व से भर भी दिया है।
प्रतिमा की बारात की विदाई गांव की गलियों से नहीं, बल्कि आसमान की ऊंचाइयों से होगी। जी हां—दुल्हन प्रतिमा अपने ही खर्च पर शादी के दिन हेलीकॉप्टर से ससुराल विदा होंगी। शुक्रवार को पूरे गांव की निगाहें आसमान पर होंगी, जब दुल्हन हेलीकॉप्टर से उड़ान भरकर सीधे बिहार के लिए रवाना होंगी। गांव में उत्सुकता का माहौल है, लोग इसे बेटी की उपलब्धि और आत्मनिर्भरता का बड़ा संदेश मान रहे हैं।
प्रतिमा का कहना है कि यह कदम सिर्फ उनकी निजी खुशी नहीं है, बल्कि उन सभी बेटियों के लिए संदेश है जो सपने देखने से डरती हैं। उन्होंने कहा—“अगर बेटियां पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनें, तो कोई सपना बड़ा नहीं होता। लड़कियां परिवार और जिले का मान बढ़ा सकती हैं। अपने आत्मसम्मान को साथ लेकर नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकती हैं।”
प्रतिमा के इस फैसले ने आसपास के गांवों में भी एक नई सोच की शुरुआत कर दी है। लोग कह रहे हैं कि पहले जहां विदाई सिर्फ एक रस्म समझी जाती थी, वहीं अब यह प्रेरणा की मिसाल बन सकती है। पिता ने भी गर्व से कहा कि बेटी ने पढ़ाई के साथ-साथ अपने फैसलों से भी परिवार का सम्मान बढ़ाया है।
गांव की छोटी पगडंडियों से लेकर आसमान तक जाने का यह सफर सिर्फ प्रतिमा की कहानी नहीं, बल्कि उन सभी बेटियों की आवाज है जो मेहनत और हिम्मत से अपनी जगह बना रही हैं। प्रतिमा का यह कदम समाज को यह याद दिलाता है कि बेटियां जब आगे बढ़ती हैं, तो उनका हर उड़ान पूरे परिवार और पूरे जिले को नई पहचान देती है।
Kanpur Dehat: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से एक ऐसी प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जिसने न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का माहौल बना दिया है। दरअसल रसूलाबाद कस्बे की रहने वाली बेटी प्रतिमा ने पढ़-लिखकर इंजीनियर बनकर पिता का नाम रोशन किया, और अब अपनी शादी में ऐसा फैसला लिया है, जिसने सभी को हैरान भी किया है और गर्व से भर भी दिया है।
प्रतिमा की बारात की विदाई गांव की गलियों से नहीं, बल्कि आसमान की ऊंचाइयों से होगी। जी हां—दुल्हन प्रतिमा अपने ही खर्च पर शादी के दिन हेलीकॉप्टर से ससुराल विदा होंगी। शुक्रवार को पूरे गांव की निगाहें आसमान पर होंगी, जब दुल्हन हेलीकॉप्टर से उड़ान भरकर सीधे बिहार के लिए रवाना होंगी। गांव में उत्सुकता का माहौल है, लोग इसे बेटी की उपलब्धि और आत्मनिर्भरता का बड़ा संदेश मान रहे हैं।
प्रतिमा का कहना है कि यह कदम सिर्फ उनकी निजी खुशी नहीं है, बल्कि उन सभी बेटियों के लिए संदेश है जो सपने देखने से डरती हैं। उन्होंने कहा—“अगर बेटियां पढ़-लिखकर आत्मनिर्भर बनें, तो कोई सपना बड़ा नहीं होता। लड़कियां परिवार और जिले का मान बढ़ा सकती हैं। अपने आत्मसम्मान को साथ लेकर नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकती हैं।”
प्रतिमा के इस फैसले ने आसपास के गांवों में भी एक नई सोच की शुरुआत कर दी है। लोग कह रहे हैं कि पहले जहां विदाई सिर्फ एक रस्म समझी जाती थी, वहीं अब यह प्रेरणा की मिसाल बन सकती है। पिता ने भी गर्व से कहा कि बेटी ने पढ़ाई के साथ-साथ अपने फैसलों से भी परिवार का सम्मान बढ़ाया है।
गांव की छोटी पगडंडियों से लेकर आसमान तक जाने का यह सफर सिर्फ प्रतिमा की कहानी नहीं, बल्कि उन सभी बेटियों की आवाज है जो मेहनत और हिम्मत से अपनी जगह बना रही हैं। प्रतिमा का यह कदम समाज को यह याद दिलाता है कि बेटियां जब आगे बढ़ती हैं, तो उनका हर उड़ान पूरे परिवार और पूरे जिले को नई पहचान देती है।