

मानसिक उत्पीड़न और लगातार हो रहे शोषण से तंग आकर सफाई कर्मचारी ने ज़हर खा लिया जिसके बाद उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
पीड़ित सफाई कर्मचारी
बदायूं: जनपद के आसफपुर क्षेत्र के दौलतपुर गांव से एक चिंताजनक मामला सामने आया है, जहां सफाई कर्मचारी ने कथित रूप से मानसिक उत्पीड़न और लगातार हो रहे शोषण से तंग आकर ज़हर खा लिया। पीड़ित कर्मचारी की हालत गंभीर बनी हुई है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, गांव में तैनात सफाई कर्मचारी ने ग्राम सचिव पर मानसिक प्रताड़ना और काम को लेकर लगातार दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया है। कर्मचारी का कहना है कि गांव में सफाई व्यवस्था के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जाते, यहां तक कि कूड़ा ढोने के लिए रिक्शा तक नहीं दिया गया। रिक्शा न होने की स्थिति में जब वह समय पर कूड़ा न उठा सका, तो ग्रामीणों द्वारा अभद्रता और अपमान का सामना करना पड़ा।
पीड़ित कर्मचारी ने बताया कि उसने कई बार सचिव से रिक्शा उपलब्ध कराने और काम के लिए जरूरी संसाधनों की मांग की, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया। उल्टा उस पर दबाव बनाया जाता रहा और उसे अपमानित किया गया। इस मानसिक दबाव और प्रताड़ना से तंग आकर उसने ज़हर खाने जैसा कदम उठाया।
सबसे गंभीर बात यह है कि यह मामला जिला सूचना कार्यालय (DPRO) के संज्ञान में पहले से है, लेकिन इसके बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे यह साफ जाहिर होता है कि स्थानीय प्रशासन और पंचायत विभाग की लापरवाही के चलते कर्मचारी मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं और उन्हें काम करने के लिए उचित संसाधन तक नहीं दिए जा रहे।
यहां के स्थानीय लोगों और कर्मचारी संगठनों ने इस घटना की निंदा करते हुए संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते समस्या का समाधान किया गया होता, तो आज यह नौबत नहीं आती। आये दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती हैं, जहां निचले तबके के लोगों का हमेशा से शोषण किया जाता रहा है। जिससे तंग आकर लोग इस तरह का गलत कदम उठा लेते हैं।