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Bijnor News: एक तो गरीबी से बुरा हाल…दूसरा राशन डीलर की चोरी, कैसे होगा देश का विकास?

दरी पर बैठी हुई इन महिलाओं का ना कोई राजनेता है ना ही किसी पार्टी की कार्यकर्ता परंतु सरकारी दफ्तर के आगे दरी बिछाकर क्यों कर रही है प्रदर्शन इनकी मांग छोटी सी है परंतु सवाल बड़ा है
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Bijnor News: एक तो गरीबी से बुरा हाल…दूसरा राशन डीलर की चोरी, कैसे होगा देश का विकास?

Bijnor News:  दरी पर बैठी हुई इन महिलाओं का ना कोई राजनेता है ना ही किसी पार्टी की कार्यकर्ता परंतु सरकारी दफ्तर के आगे दरी बिछाकर क्यों कर रही है प्रदर्शन इनकी मांग छोटी सी है परंतु सवाल बड़ा है। ऐसी क्या वजह है जो इन महिलाओं को दरी बिछाकर सरकारी दफ्तर के आगे बैठना पड़ गया। जहां एक तरफ महिलाओं को किस तरह से इज्जत दी जाती है भारत देश में उन्हें माता बहने देवी और कई पूजनीय नाम से पुकारा जाता है वहीं आज ऐसी क्या वजह है जो इन महिलाओं को दफ्तर के आगे दरी डालकर धरना प्रदर्शन करना पड़ गया।

अनाज के दाने के लिए यह महिला मजबूर

आइये अब वजह भी जान लीजिए कोई बड़ी वजह नहीं सिर्फ एक अनाज के दाने के लिए यह महिला आज मजबूर हो गई है। जिसका जिम्मेदार यह महिला अपने ही गांव के राशन गल्ला विक्रेता को बता रही है।  जिसकी शिकायत लेकर उप जिलाधिकारी धामपुर के पास लेकर पहुंची महिलाओं ने आपूर्ति विभाग दफ्तर के आगे ही दरी बिछा दी इनका कहना है कि उनके गांव का राशन गल्ला विक्रेता कई- कई महीने तक इन्हें राशन नहीं देता और अंगूठा लगवा लेता है तथा अपने घर से राशन वितरण करता है और महिलाओं से कुछ कहने पर अभद्रता करता है परंतु कई बार इसकी शिकायत विभाग संबंधित लोगों से करने के बाद भी इसके खिलाफ कभी कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।  जिसकी वजह से आज ये महिलाओं को यह कदम उठाना पड़ा। महिलाओं ने कहा कि जब हम गरीबों के लिए सरकार द्वारा यह राशन भेजा जा रहा है तो फिर हम तक सही मात्रा में क्यों नहीं पहुंचता है

राशन गल्ला विक्रेता के खिलाफ उचित कार्यवाही

इसकी वजह से आज हम उप जिलाधिकारी धामपुर को भवानीपुर तरकोला गांव की महिला शिकायती प्रार्थना पत्र गांव के राशन गल्ला विक्रेता के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग के संबंध में देने आए हैंसोचने वाली बात यह है कि यह तस्वीर जनपद बिजनौर के गांव भवानीपुर तरकोला की ही नहीं अनेक गांव की ही नहीं आए दिन कई गांव की सामने आती रहती है जहां पर गांव का राशन गल्ला विक्रेता उनका हक मारता रहता है परंतु शासन और प्रशासन द्वारा उन पर हर महीने जांच उचित कार्यवाही ऐसा कुछ करती नजर नहीं आती अन्यथा या राशन गल्ला विक्रेता अपने आप सुधर जाएं और शासन के द्वारा जो भी मात्रा में राशन गरीबों को वितरण के लिए दिया जाता है उनका हक कोई भी नहीं मार पाएगा
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