

उत्तर प्रदेश के बरेली में उस वक्त एसएसपी का हंटर चला, जब बिना सूचना ड्यूटी से नदारद कई सिपाही मिले। बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी अनुराग आर्य ने सख्त कार्रवाई की है।
एसएसपी ने दिए विभागीय जांच के आदेश
Bareilly: उत्तर प्रदेश के बरेली में उस वक्त एसएसपी का हंटर चला, जब बिना सूचना ड्यूटी से नदारद कई सिपाही मिले। बिना सूचना के ड्यूटी से गायब रहने वाले पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसएसपी अनुराग आर्य ने सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने सभी को निलंबित कर दिया है और उनके विरुद्ध विभागीय जांच भी बैठा दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद उनके खिलाफ अग्रिम अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, एसएसपी ने जानकारी दी है कि, पुलिस लाइंस में तैनात सिपाही रणधीर सिंह तीन मई 2025 से ड्यूटी से अनुपस्थित हैं। उनकी अनुपस्थिति की जानकारी उस समय सामने आई, जब उनकी ड्यूटी लगाने का प्रयास किया गया। डायल 112 पर तैनात सिपाही सावन कुमार मई माह में छुट्टी पर गए थे और 27 मई को वापसी निर्धारित थी, लेकिन वे समय पर नहीं लौटे। तब से वह लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं।
सिपाही अमित कुमार, जो पुलिस लाइंस में तैनात हैं, दो जून को रात्रिकालीन गणना में शामिल नहीं हुए। जांच करने पर यह स्पष्ट हुआ कि वे उसी दिन से ड्यूटी से गायब हैं और उन्होंने अब तक विभाग को कोई सूचना नहीं दी है। सूरज कुमार, जो पिछले वर्ष छह मई से ड्यूटी से नदारद थे, 26 अप्रैल 2025 को एक बार फिर बिना सूचना के गायब हो गए। यह जानकारी रात्रिकालीन गणना के दौरान सामने आई। वहीं, भमौरा थाने में तैनात सिपाही अमित कुमार चार मई 2025 से बिना बताए गैरहाजिर हैं।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि सभी सिपाहियों द्वारा की गई यह लापरवाही कर्तव्यहीनता, अनुशासनहीनता, स्वेच्छाचारिता और कदाचार की श्रेणी में आती है। इस प्रकार का व्यवहार एक अनुशासित बल के लिए स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में तत्काल और कठोर कार्रवाई जरूरी है ताकि पुलिस बल में कार्य कर रहे अन्य कर्मियों को भी यह संदेश जाए कि ड्यूटी में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। जांच के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी, जिसमें वेतन रोक, बर्खास्तगी, या अन्य दंडात्मक कदम भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस विभाग की ओर से यह स्पष्ट कर दिया गया है कि सेवा में अनुशासन और जवाबदेही से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई को एक कड़ा संदेश माना जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि बिना सूचना अनुपस्थिति जैसे मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा।