Site icon Hindi Dynamite News

Aniruddhacharya controversy: महिलाओं पर टिप्पणी कर घिरे अनिरुद्धाचार्य, बढ़ते विरोध के बीच मांगी माफी

वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य द्वारा लड़कियों की शादी की उम्र और चरित्र को लेकर दिए गए बयान ने देशभर में विवाद खड़ा कर दिया है। बयान की आलोचना के बाद उन्होंने सफाई देते हुए माफी मांगी, लेकिन मामला थमने का नाम नहीं ले रहा।
Post Published By: ईशा त्यागी
Published:
Aniruddhacharya controversy: महिलाओं पर टिप्पणी कर घिरे अनिरुद्धाचार्य, बढ़ते विरोध के बीच मांगी माफी

Mathura: गौरी गोपाल आश्रम के पीठाधीश्वर और प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर विवादों में हैं। हाल ही में एक धार्मिक कथा के दौरान उन्होंने कहा कि “25 वर्ष की उम्र तक लड़कियां पूरी तरह परिपक्व हो जाती हैं और अगर इस उम्र तक शादी नहीं होती तो प्री-मैरिटल रिलेशनशिप की संभावना बढ़ जाती है।” इस बयान को सामाजिक और लैंगिक रूप से असंवेदनशील माना गया, जिसके बाद सोशल मीडिया और सड़कों पर विरोध शुरू हो गया।

उनके इस बयान को महिलाओं के चरित्र और जीवनशैली पर सीधा आक्षेप समझा गया। खासतौर पर लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर की गई टिप्पणी ने महिलाओं के एक वर्ग को आहत किया। मथुरा बार एसोसिएशन और महिला अधिवक्ताओं ने इसे “सामाजिक रूप से हानिकारक” बताते हुए कथावाचक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की मांग उठाई है।

विवाद बढ़ने पर अनिरुद्धाचार्य ने दी सफाई

विवाद को बढ़ता देख अनिरुद्धाचार्य ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि “मेरी बात का गलत अर्थ निकाला गया। मैंने कुछ लड़कियों की बात की थी जो लिव-इन में रहकर रिश्तों को निभा नहीं पातीं। मेरा उद्देश्य केवल चरित्र निर्माण की बात करना था।”

अनिरुद्धाचार्य के विवादित बयान पर भड़की महिलाएं, बोले “25 साल की लड़कियां…”, टिप्पणी ने उठाया तूफान

उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान से कुछ अंश हटाकर वीडियो को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है। “अगर किसी बहन या व्यक्ति की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं क्षमा मांगता हूं,” उन्होंने कहा।

अनिरुद्धाचार्य ने मांगी माफी (सोर्स-गूगल)

पहले भी रह चुके हैं विवादों में

अनिरुद्धाचार्य पहले भी अपने बयानों को लेकर आलोचना का शिकार हो चुके हैं। 2022 में उन्होंने महिलाओं की सुंदरता को उनके दुखों का कारण बताया था। वहीं 2024 में भगवान शिव को लेकर दिए गए बयान पर भी उन्हें माफी मांगनी पड़ी थी। उनके प्रवचनों में अक्सर महिलाओं के वस्त्र, आचरण और जीवनशैली पर टिप्पणी की जाती रही है, जिसे सामाजिक संगठनों और बुद्धिजीवियों ने रूढ़िवादी सोच बताया है।

कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को धमकी भरा पत्र भेजकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग, बम से उड़ाने की भी धमकी

सामाजिक और धार्मिक हलकों में गूंज

अनिरुद्धाचार्य के बयान के विरोध में मथुरा, वृंदावन और अन्य धार्मिक स्थलों पर साधु-संतों और स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। वहीं सोशल मीडिया पर ‘#महिलाओंका_सम्मान’ जैसे ट्रेंड चलाकर लोग अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। कई संगठनों ने उनके धार्मिक प्रवचनों पर निगरानी रखने की भी मांग की है।

Exit mobile version