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महिला की तलाश बनी पुलिस के लिए जानलेवा: आगरा-जयपुर हाईवे पर दर्दनाक हादसा, दो पुलिसकर्मियों की मौत

आगरा में रविवार सुबह बड़ा सड़क हादसा हो गया। राजस्थान से लौट रही पुलिस टीम की कार फतेहपुर सीकरी में खड़े ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में सिपाही गौरव प्रताप सिंह और कार चालक देवा की मौत हो गई, जबकि दरोगा समेत 5 लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
Post Published By: Mayank Tawer
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महिला की तलाश बनी पुलिस के लिए जानलेवा: आगरा-जयपुर हाईवे पर दर्दनाक हादसा, दो पुलिसकर्मियों की मौत

Agra: रविवार सुबह आगरा के फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र में जयपुर हाईवे पर बड़ा सड़क हादसा हो गया। राजस्थान से लौट रही पुलिस टीम की अर्टिगा कार सड़क किनारे खड़े ट्रक में जा टकराई। हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए। मौके पर ही दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हो गए।

सूरतगढ़ से लौट रही थी पुलिस टीम

यह पुलिस टीम राजस्थान के सूरतगढ़ से दबिश देकर लौट रही थी। टीम निबोहरा थाना क्षेत्र के कुमपुरा गांव की एक महिला की गुमशुदगी की जांच में गई थी। पुलिस को महिला की लोकेशन राजस्थान में मिली थी। महिला के पति गोविंद की शिकायत पर पुलिस टीम ने दबिश दी थी और महिला नैना देवी को बरामद कर लिया था। वापसी के दौरान रविवार सुबह करीब 5 बजे फतेहपुर सीकरी के पास जयपुर हाईवे पर हादसा हुआ।

दो की मौत, पांच घायल

हादसे में सिपाही गौरव प्रताप सिंह (निबोहरा थाने में तैनात) और ड्राइवर देवा (निवासी कुमपुरा) की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, दरोगा गौरव कुमार की हालत नाजुक बताई जा रही है। कार में सवार अन्य पांच लोग ग्राम प्रधान सत्येंद्र, गोविंद, अरविंद, रवि कुमार और महिला नैना देवी भी घायल हुए हैं। सभी को CHC सीकरी में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें बेहतर इलाज के लिए आगरा रेफर कर दिया गया।

टक्कर इतनी भीषण कि कार की छत उड़ गई

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अर्टिगा कार की रफ्तार तेज थी। अचानक चालक को झपकी आने से कार बेकाबू होकर सड़क किनारे खड़े ट्रक के पीछे जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार की छत पूरी तरह उड़ गई और बोनट के हिस्से में हेड कॉन्स्टेबल और ड्राइवर के शव फंस गए। नेशनल हाईवे अथॉरिटी के कर्मचारियों ने कटर की मदद से कार को काटकर शवों को बाहर निकाला। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

ड्राइवर को आई झपकी बनी हादसे की वजह

प्रारंभिक जांच में पुलिस ने माना है कि ड्राइवर को नींद आने से यह हादसा हुआ। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, टीम पूरी रात यात्रा कर रही थी और सुबह होने से पहले आगरा पहुंचने की जल्दी में थी। लगातार सफर के चलते थकान और नींद ने हादसे का रूप ले लिया।

स्थानीय लोगों ने दी सूचना

राहगीरों ने हादसा देखकर तुरंत पुलिस को सूचना दी। फतेहपुर सीकरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू कराया। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया और मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए।

8 लोग थे सवार कार में

एसआई गौरव कुमार (निबोहरा थाने से), सिपाही गौरव प्रताप सिंह (मृत), ड्राइवर देवा (मृत), ग्राम प्रधान सत्येंद्र, वादी गोविंद, गोविंद का भाई अरविंद, गोविंद का बहनोई रवि कुमार और बरामद महिला नैना देवी कार में मौजूद थे। टीम 24 अक्टूबर की रात 11 बजे आगरा से राजस्थान के लिए रवाना हुई थी और वापसी में यह दुर्घटना हो गई।

पुलिस ने जताया दुख, जांच के आदेश

घटना की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) विनीत जैन ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया और दुर्घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी ने कहा, “यह हादसा बेहद दुखद है। प्रारंभिक जांच में ड्राइवर को झपकी आने की बात सामने आई है। घायलों का इलाज कराया जा रहा है और मृतकों के परिजनों से संपर्क किया गया है।”

गांव में मातम का माहौल

सिपाही गौरव प्रताप सिंह की मौत की खबर से निबोहरा थाने और उनके गांव में शोक की लहर है। परिवार के लोग बदहवास हैं। सहकर्मियों ने उन्हें ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ बताया।

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