दुनिया की आधी से अधिक भाषाएं संकट में, इस कारण खतरे में आया अस्तित्व, पढ़ें ये दिलचस्प रिपोर्ट
दुनिया में 7,000 से अधिक भाषाएँ हैं, और उनके व्याकरण में बहुत भिन्नता है। भाषाविद् इस भिन्नता में दिलचस्पी रखते हैं क्योंकि इसके आधार पर वह हमें हमारे इतिहास, हमारी संज्ञानात्मक क्षमताओं और मानव होने का अर्थ बताते हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर