दक्षिण अफ्रीका में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने प्रवासी समुदाय के साथ मनाई ईद, विविधता में एकता के संदेश पर दिया जोर

डीएन ब्यूरो

जोहानिसबर्ग में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने स्थानीय एवं प्रवासी समुदाय के लोगों के साथ मिलकर सप्ताहांत में ईद मनाई और मेल-मिलाप, विविधता में एकता तथा शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के संदेश पर जोर दिया।

दक्षिण अफ्रीका में मनाई गयी ईद (फ़ाइल)
दक्षिण अफ्रीका में मनाई गयी ईद (फ़ाइल)


जोहानिसबर्ग: भारतीय वाणिज्य दूतावास ने स्थानीय एवं प्रवासी समुदाय के लोगों के साथ मिलकर सप्ताहांत में ईद मनाई और मेल-मिलाप, विविधता में एकता तथा शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के संदेश पर जोर दिया।

दक्षिण अफ्रीका में महावाणिज्यदूत महेश कुमार ने वाणिज्य दूतावास में इस अवसर पर समारोह में शामिल हुए लोगों से कहा, ‘‘ हम शांति एवं सद्भाव को कायम रखें। परिवार का मतलब मिलजुलकर जश्न मनाना और मिलजुल कर चुनौतियों का सामना करना ही होता है। दक्षिण अफ्रीका में भारतीय विरासत के लोगों ने इस लोकाचार को जीवित रखा है। आपने रंगभेद के खिलाफ एक साथ लड़ाई लड़ी थी और आप उसी तरह एक साथ मिलकर जश्न मनाते हैं।’’

कुमार ने स्वतंत्रता संग्राम में स्थानीय भारतीय नेताओं की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘ रॉबेन द्वीप की हालिया यात्रा मेरे लिए एक बेहद दिल छूने वाला अनुभव थी।’’

रॉबेन द्वीप में नेल्सन मंडेला ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित देश के पहले राष्ट्रपति बनने से पूर्व अल्पसंख्यक श्वेत रंगभेदी सरकार के राजनीतिक कैदी के रूप में अपने 27 वर्षों का अधिकतर समय बिताया था।

उन्होंने कहा, ‘‘यह यात्रा करामत, शेख मदुरा के तीर्थस्थल से शुरू होती है और उन कोठरियों से होकर गुजरती है जहां भारतीय मूल के कई दक्षिण अफ्रीकी स्वतंत्रता सेनानी युवावस्था में रहे।’’

कुमार ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की तरह भारत की ताकत भी विविधता में एकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ भारत में हर धर्म, हर रंग, हर नस्ल के लोग हैं। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हमारे समाज का हर सदस्य अखंड भारत के लिए समर्पित है।’’

कुमार ने कहा, ‘‘ इस महीने, हम भारतीयों ने राम नवमी, हनुमान जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, फसह, ईस्टर, गुड फ्राइडे, खालसा साजना दिवस, महावीर जयंती और अब ईद मनाई है। मेरा विश्वास करें कि इस सूची पूर्ण नहीं है और कई और त्योहार भी इसमें शामिल हैं। किसी अन्य देश में इतनी विविधता नहीं हो सकती।’’

कुमार ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा, ‘‘ आप मानव सेतु हैं जो भारत को दक्षिण अफ्रीका से जोड़ता है। आपके प्रयास हमारे बीच नजदीकियों बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।’’

इस मौके पर समुदायिक कार्यकर्ता मोहन हीरा ने कहा, ‘‘ हम कई पीढ़ियों से साथ-साथ रहे हैं। चाहे हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, श्वेत, अश्वेत या भारतीय हो, हम सभी त्योहारों और धार्मिक अवसरों को एक साथ मनाते हैं।’’

हीरा ने कहा, ‘‘ दीपावली, क्रिसमस या ईस्टर के साथ-साथ सभी समुदायों ने ईद का हमेशा समान रूप से स्वागत किया गया है।’’










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