पंचायती चुनाव

पंचायती चुनाव से पहले महराजगंज में हत्याओं का दौर शुरु, पुलिस के बड़े अफसरों की भूमिका पर उठे सवाल
पंचायती चुनाव से पहले महराजगंज में हत्याओं का दौर शुरु, पुलिस के बड़े अफसरों की भूमिका पर उठे सवाल

महराजगंज जिले में सपा नेता और जिला पंचायत सदस्य के पुत्र की निर्मम हत्या के बाद से चारों ओर चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है कि क्या इस बार के पंचायती और प्रधानी के चुनाव गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच होंगे? दो महीने के भीतर दूसरी बार हुए जानलेवा हमले में जिस बर्बरता से जितेन्द्र यादव की हत्या की गयी है उसके बाद से जिला पुलिस के बड़े अफसरों के इकबाल औऱ मंशा पर सवालिया निशान खड़े हो गये है कि क्या वे निष्पक्ष हैं या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि वे प्रभावशाली लोगों के आभामंडल में आकर अपने पद के साथ अन्याय कर रहे हैं?