देवभूमि का सोने जैसा माल्टा किसान क्यों बेच रहे औने-पौने दाम में? जानें इसके पीछे की वजह
उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग में 910 मैट्रिक टन माल्टा की फसल हुई, लेकिन ए-ग्रेड समर्थन मूल्य घोषित नहीं होने से किसान परेशान हैं। विपणन केंद्र दूर और सरकारी उदासीनता के कारण माल्टा सड़ने या बिचौलियों को सस्ते में बिकने को मजबूर है।