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हैदराबाद के एक फर्टिलिटी सेंटर में सरोगेसी के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। डीएनए टेस्ट से खुलासा हुआ कि दंपती को सौंपा गया बच्चा उनका जैविक संतान नहीं था।