

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने रविवार को केंद्र, पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) को नोटिस भेजकर आगामी पंचायत चुनावों के लिए किए गए ‘‘मानवाधिकार संरक्षण उपायों’’ पर रिपोर्ट मांगी।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने रविवार को केंद्र, पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) को नोटिस भेजकर आगामी पंचायत चुनावों के लिए किए गए ‘‘मानवाधिकार संरक्षण उपायों’’ पर रिपोर्ट मांगी।
एक बयान के अनुसार एनएचआरसी ने पश्चिम बंगाल में चुनाव संबंधी हिंसा की उन विभिन्न घटनाओं के बारे में एक खबर का स्वत: संज्ञान लिया है, जिनमें राजनीतिक दलों के लोगों को कथित तौर पर निशाना बनाया गया है।
बयान के अनुसार मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पूर्वी मेदिनीपुर जिले में 60 वर्षीय एक राजनीतिक कार्यकर्ता की कथित तौर पर अपहरण कर हत्या कर दी गई।
इसमें कहा गया है कि मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि हत्या के लिए विरोधी राजनीतिक गुट के 34 स्थानीय कार्यकर्ता जिम्मेदार हैं। एक अन्य कार्यकर्ता, संजय तांती को भी कथित तौर पर एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया, जहां प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक कार्यकर्ताओं द्वारा उसे कथित तौर पर बुरी तरह पीटा गया था।
बयान के अनुसार इसलिए, एनएचआरसी ने गृह मंत्रालय, राज्य सरकार और एसईसी को नोटिस जारी कर आगामी पंचायत चुनावों के लिए किए गए ‘‘मानवाधिकार सुरक्षा उपायों’’ पर रिपोर्ट मांगी है।
इसके अनुसार उपरोक्त निर्देशों के अलावा, आयोग ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, पश्चिम बंगाल को एनएचआरसी को सहायता प्रदान करने और यह भी सुनिश्चित करने के लिए नोटिस जारी किया है कि पंचायत चुनाव की पूरी प्रक्रिया के दौरान राज्य के भीतर कानून और व्यवस्था बनी रहे।
बयान के अनुसार दो सप्ताह के भीतर कार्रवाई रिपोर्ट भी सौंपनी है।
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