पश्चिम बंगाल: पंचायत चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना शुरू
पश्चिम बंगाल में तीन चरणों में हुए पंचायत चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह मतगणना शांतिपूर्वक शुरू हो गयी।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में तीन चरणों में हुए पंचायत चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह मतगणना शांतिपूर्वक शुरू हो गयी।
अधिकारियों ने बताया कि 22 जिलों में करीब 339 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। राज्य में करीब 74,000 सीट पर पंचायत चुनाव हुए थे।
सबसे अधिक 28 मतगणना केंद्र दक्षिण 24 परगना जिले में है जबकि सबसे कम चार मतगणना केंद्र कलिम्पोंग में हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सुबह आठ बजे शुरू हुई मतगणना के अगले दो दिन जारी रहने की उम्मीद है। मतों की गिनती और नतीजे आने में वक्त लगेगा। हमें उम्मीद है कि आज शाम तक रुझान आने शुरू हो जाएंगे।’’
सभी मतगणना केंद्रों पर राज्य पुलिस तथा केंद्रीय बलों के सशस्त्र कर्मी तैनात हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मतगणना केंद्र के बाहर आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू की गयी है।
यह भी पढ़ें |
प. बंगाल: बेमौसम बारिश में फसल बर्बाद ; दो किसानों ने आत्महत्या की
कई मतगणना केंद्रों पर विभिन्न उम्मीदवारों के समर्थक भारी संख्या में मौजूद हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि मतगणना सही तरीके से हो।
पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए पंचायत चुनाव में व्यापक पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 15 लोगों की मौत हो गयी। मतदान के दौरान मत पेटियां लूटी गयी, मतपत्रों में आग लगायी गयी और कई स्थानों पर प्रतिद्वंद्वियों पर बम भी फेंके गए।
इन 15 लोगों में से 11 तृणमूल कांग्रेस से संबद्ध थे। राज्य में आठ जून को चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद से हुई हिंसा में 30 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
शनिवार को हुए चुनाव में 80.71 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि सोमवार को राज्य के जिन 696 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ, वहां शाम पांच बजे तक 69.85 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
हिंसा और मतपेटियों से छेड़छाड़ की खबरें आने के बाद इन मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान कराने का फैसला किया गया था।
यह भी पढ़ें |
बंगाल: पंचायत चुनाव नामांकन के दौरान हुई झड़पों में तीन लोगों की गोली मारकर हत्या
राज्य के ग्रामीण इलाकों की 73,887 सीट के लिए शनिवार को हुए मतदान में 5.67 करोड़ लोग मतदान करने के पात्र थे।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा का इतिहास रहा है। राज्य में 2003 में हुए पंचायत चुनाव के दौरान 76 लोगों की मौत हो गयी थी जिसमें से करीब 40 लोगों की मौत मतदान वाले दिन हुई थी।
बहरहाल, इस बार विपक्ष ने 90 प्रतिशत से अधिक सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं। 2018 के पंचायत चुनाव में तृणमूल ने 34 प्रतिशत सीट पर निर्विरोध चुनाव जीता था। उस समय तृणमूल ने 90 प्रतिशत सीट पर जीत दर्ज की थी।