बेखौफ होकर अपने सभी शॉट खेलने का प्रयास कर रहा था: जायसवाल
भारत के प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल तेजी से सीख रहे हैं और बेखौफ होकर खेलने की कोशिश कर रहे हैं जो यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 25 गेंद में 53 रन की पारी से स्पष्ट है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
तिरुवनंतपुरम: भारत के प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल तेजी से सीख रहे हैं और बेखौफ होकर खेलने की कोशिश कर रहे हैं जो यहां दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी 25 गेंद में 53 रन की पारी से स्पष्ट है।
दाएं हाथ के इस 21 वर्षीय बल्लेबाज ने रविवार को अपनी पारी के दौरान नौ चौके और दो छक्के लगाए और भारत को शानदार शुरुआत दी।
छठे ओवर में आउट होने से पहले उन्होंने रुतुराज गायकवाड़ (58) के साथ पहले विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी की जिससे भारत ने चार विकेट पर 235 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और फिर ऑस्ट्रेलिया को नौ विकेट पर 191 रन पर रोककर 44 रन से जीत दर्ज की।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मैच के बाद जायसवाल ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए वास्तव में विशेष था। मैं अपने सभी शॉट खेलने की कोशिश कर रहा था, निडर होकर गेंदबाजों का सामना कर रहा था। मैं अपने फैसलों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे (कप्तान) सूर्या ( सूर्यकुमार यादव) और (कोच) वीवीएस (लक्ष्मण) भाई ने खुलकर खेलने को कहा है। मैं हमेशा सोचता हूं कि अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी में खुद को कैसे बेहतर बना सकता हूं। अब भी सीख रहा हूं।’’
मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए जायसवाल ने कहा कि वह अपनी फिटनेस के स्तर के साथ-साथ मानसिक ताकत में सुधार पर काम कर रहे हैं।
इस साल भारत के लिए पदार्पण करने वाले जायसवाल ने कहा, ‘‘मैंने अपनी फिटनेस और शॉट खेलने पर काम किया है। मुझे लगता है कि इस स्तर पर मानसिक चीजें अधिक महत्वपूर्ण हैं। हर दिन बेहतर होने की कोशिश करना।’’
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जायसवाल ने अब तक दो टेस्ट और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।
विशाखापत्तनम में पहले टी20 मैच में उनके साथ गलतफहमी के कारण गायकवाड़ के रन आउट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘यह मेरी गलती थी। मैं उनके पास गया और सॉरी कहा। (मार्कस) स्टोइनिस बीच में खड़े थे। मैं पहले सुनिश्चित था लेकिन बाद में नहीं। मैंने गलत फैसला किया।’’
जायसवाल ने कहा, ‘‘मैंने स्वीकार किया कि यह एक गलती थी और ऐसा होता है। रुतु भाई विनम्र थे और उन्होंने जिम में कहा था कि अगली बार जब हम दौड़ रहे होंगे तो हम सुरक्षित रन लेंगे।’’
फिनिशर की भूमिका बखूबी निभा रहे रिंकू सिंह ने कहा कि वह अपनी बल्लेबाजी का आनंद ले रहे हैं।
रिंकू ने कहा, ‘‘मैं इस नंबर पर काफी बल्लेबाजी करता हूं इसलिए मैं इस स्थिति में शांत रहता हूं। मैं प्रत्येक गेंद को उसकी लाइन और लेंथ के अनुसार खेलना पसंद करता हूं। मैं यह देखने की कोशिश करता हूं कि यह धीमी गेंद है या तेज और मैं उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देता हूं।’’
नौ गेंद पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 31 रन बनाकर नाबाद रहे रिंकू ने कहा, ‘‘मैं सभी के साथ आनंद ले रहा हूं। अच्छा महसूस कर रहा हूं।’’
रिंकू ने कहा कि उन्होंने नेट पर भी इस मानसिकता के साथ ट्रेनिंग की कि एक मैच में बल्लेबाजी के लिए सिर्फ पांच से छह ओवर मिलेंगे।
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उन्होंने कहा, ‘‘(भूमिका) केवल फिनिशिंग है। मुझे पता है कि मुझे कभी-कभी पांच से छह ओवर मिलेंगे या कभी-कभी दो ओवर भी मिलेंगे।
रिंकू ने कहा, ‘‘बिल्कुल इसी तरह मैं अभ्यास करता हूं। जैसे कि मैं अंतिम पांच में बल्लेबाजी कर रहा हूं। वीवीएस सर ने भी मुझे नेट पर इसी तरह खेलने को कहा है।’’
कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा कि उनके खिलाड़ी जिम्मेदारी ले रहे हैं और इससे उन पर से दबाव कुछ कम हो रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘लड़के मुझ पर ज्यादा दबाव नहीं डाल रहे, वे जिम्मेदारी ले रहे हैं। मैंने टॉस से पहले उनसे कहा था कि पहले बल्लेबाजी के लिए तैयार रहें।’’
सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘तीन ओवर के बाद काफी ओस थी, लड़कों से कहा कि वे अपने मजबूत पक्ष के अनुसार खेलें। जब मैंने पिछले मैच में रिंकू को देखा तो उनका धैर्य शानदार था। आज का प्रयास भी हमें उन सभी की याद दिलाता है जिन्होंने भारत के लिए पहले ऐसा किया है।’’