

मध्यप्रदेश के अमरकंटक जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय (आईजीएनटीयू) में पढ़ रहे केरल के चार छात्र सुरक्षाकर्मियों के साथ हुइ झड़प में घायल हो गए। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
अनूपपुर: मध्यप्रदेश के अमरकंटक जिले में स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय (आईजीएनटीयू) में पढ़ रहे केरल के चार छात्र सुरक्षाकर्मियों के साथ हुइ झड़प में घायल हो गए। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने 10 मार्च को हुई इस घटना की कटु आलोचना करते हुए कहा कि लोगों की पहचान के आधार पर उनके प्रति बढ़ती शत्रुता पर रोक लगनी चाहिए।
आईजीएनटीयू के जनसंपर्क अधिकारी विजय दीक्षित ने डाइनामाइट न्यूज़ बताया कि 10 मार्च की रात मुख्य द्वार के पास बनी पानी की टंकी के आसपास छात्रों द्वारा फोटो खींचने को लेकर सुरक्षाकर्मियों का उनसे विवाद हो गया जो बढ़ते-बढ़ते हाथापाई में बदल गया।
उन्होंने कहा कि घटना में चार छात्रों को चोटें आई हैं जिन्हें इलाज के लिए एंबुलेंस में अनूपपुर भेजा गया।
दीक्षित ने बताया कि घटना के बाद सुरक्षाकर्मियों ने अमरकंटक थाने में छात्रों के खिलाफ शिकायत की है। वहीं, छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, अमरकंटक पुलिस थाना प्रभारी विशाखा उर्वेती ने इस घटना पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
इसी बीच, केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने रविवार को कहा कि पहचान के आधार पर व्यक्तियों के प्रति बढ़ती शत्रुता पर रोक लगनी चाहिए।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आईजीएनटीयू में केरल के छात्रों पर हमला भय उत्पन्न करने वाला है और हमारे देश में लोगों की पहचान के आधार पर उनके प्रति बढ़ती शत्रुता पर रोक लगाने की जरूरत है। विश्वविद्यालय को दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए और परिसर में सभी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।’’
केरल के लोकसभा सदस्य ईटी मोहम्मद बशीर ने कुलपति को पत्र लिखकर मामले पर संज्ञान लेते हुए सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
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