Prayagraj: क्या था मोबाइल और वॉयस रिकॉर्डिंग में? क्यों इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने की खुदकुशी? ये नया एंगल आया सामने

प्रयागराज में इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौत से पहले उन्होंने अपने मोबाइल में कुछ वॉयस रिकॉर्डिंग की। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट

Updated : 7 April 2025, 3:12 PM IST
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प्रयागराज: वाराणसी क्राइम ब्रांच में तैनात 52 वर्षीय इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने रविवार शाम लगभग 5 बजे अपने घर में लाइसेंसी राइफल से सिर में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना उस समय हुई, जब वे अकेले घर में थे, जबकि उनकी पत्नी पूनम और बेटा बेंगलुरु में थे।

पड़ोसियों ने दी 112 नंबर पर जानकारी

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गोली चलने की आवाज सुनकर आस-पड़ोस के लोग दौड़ कर पहुंचे, लेकिन जब उन्होंने गेट खटखटाया तो अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके चलते पड़ोसियों ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने गेट फांदकर अंदर प्रवेश किया और वहां शव को बेड पर खून से लथपथ पाया।

पैर के पास पड़ी थी राइफल

इंस्पेक्टर तरुण पांडेय ने कनपटी पर गोली मारी थी और उनके दोनों पैर बेड के नीचे लटक रहे थे। उनके पास एक लाइसेंसी राइफल पड़ी थी और बेड के पास एक बीयर की बोतल भी गिरी हुई थी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है और परिवार को सूचना दी गई है।

स्वास्थ्य समस्याओं से थे परेशान

इंस्पेक्टर तरुण पांडेय पिछले कुछ समय से रीढ़ की हड्डी की समस्या से परेशान थे और दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। इस कारण से उन्हें सितंबर में नौकरी से निलंबित कर दिया गया था। जानकारी के अनुसार, वह हाल ही में दिल्ली से लौटे थे और अकेले रहने का निर्णय लिया था।

मोबाइल और वॉयस रिकॉर्डिंग

पुलिस जांच में पाया गया कि इंस्पेक्टर के एक हाथ में मोबाइल था, जिससे वह किसी को वॉयस रिकॉर्डिंग भेजने की कोशिश कर रहे थे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो सका कि वह किसको रिकॉर्डिंग भेज रहे थे। इस मामले मे अभी पुलिस भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

एक गोली मिस हुई तो दूसरी मारी

फोरेंसिक टीम की जांच में पता चला कि एक गोली कमरे में से गायब थी, जबकि दूसरी गोली गले के निचले हिस्से से गुजरी और सिर के ऊपरी हिस्से से निकल गई। यह घटना अत्यंत गंभीर थी, जिससे इंस्पेक्टर के चेहरे पर पहचान करने में भी कठिनाई हुई। इंस्पेक्टर तरुण पांडेय की पत्नी और बेटा बेंगलुरु में अपने परिवार के साथ थे। उनकी बेटी अंशु हाल ही में अपने पति के साथ लखनऊ से प्रयागराज आईं थीं। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार, इंस्पेक्टर ने अपने सहकर्मियों को छुट्टी देने के लिए कहा था और इलाज के लिए दिल्ली जाने की योजना बनाई थी।

पुलिस उपायुक्त का बयान

प्रयागराज के DCP अभिषेक भारती ने कहा कि पुलिस मामले की हर पहलू पर जांच कर रही है। मृतक के मोबाइल को जब्त कर लिया गया है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

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