Uttarakhand: पुरोला में सांप्रदायिक तनाव के बीच बढ़ायी गयी सुरक्षा,जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

उत्तराखंड के पुरोला में सांप्रदायिक तनाव बने रहने के कारण बुधवार को सुरक्षा बढ़ा दी गयी। शहर में कुछ दिन पहले एक नाबालिग लड़की का अपहरण करने की कथित कोशिश की गयी थी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

सांप्रदायिक तनाव के बीच बढ़ायी गयी सुरक्षा
सांप्रदायिक तनाव के बीच बढ़ायी गयी सुरक्षा


उत्तरकाशी: उत्तराखंड के पुरोला में सांप्रदायिक तनाव बने रहने के कारण बुधवार को सुरक्षा बढ़ा दी गयी। शहर में कुछ दिन पहले एक नाबालिग लड़की का अपहरण करने की कथित कोशिश की गयी थी।

कथित रूप से एक मुस्लिम समेत दो व्यक्तियों द्वारा 26 मई को एक हिंदू लड़की को अगवा करने की कोशिश को स्थानीय लोगों ने विफल कर दिया था। उसके बाद अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की दुकानों के शटर पर पोस्टर चिपके नजर आये जिनमें उन्हें तत्काल शहर से चले जाने की धमकी दी गयी थी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए एहतियात के तौर पर प्रोविंसियल आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) की एक टुकड़ी तैनात की गयी है।

अपहरण की कोशिश की घटना के करीब दो सप्ताह बाद भी शहर में तनाव कम नहीं हुआ है। मुसलमानों की करीब 40 दुकानें अब भी बंद हैं।

रविवार शाम को चिपकाये गये पोस्टर में दुकानदारों से 15 जून की महापंचायत से पहले पुरोला छोड़ देने, अन्यथा दुष्परिणाम भुगतने की धमकी दी गयी है। देवभूमि रक्षा अभियान ने यह महापंचायत बुलायी है।

एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पोस्टर हटा दिये हैं और वह उन लोगों की पहचन करने की कोशिश कर रही है जिन्होंने अशांति पैदा करने के लिए पोस्टर लगाये।

पुरोला, बारकोट और चिनयालियासौर समेत उत्तरकाशी जिले की गंगा एवं यमुना घाटियों के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन किया गया है। प्रदर्शनकारी ने अपहरण के प्रयास की घटना को ‘लव जिहाद’ बताया।

इस प्रदर्शन की अगुवाई विश्व हिंदू परिषद एवं हिंदू जागृति मंच जैसे कट्टरपंथी संगठनों ने की जिसमें स्थानीय व्यापारिक संगठनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि बाहर से आये रेहड़ी पटरी वाले मुस्लिम दुकानदार ही इस अपहरण प्रयास एवं अतीत की ऐसी अन्य घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं।

वैसे लड़की को मुक्त करा लिया गया और आरोपियों पर बाल यौन अपराध संरक्षण कानून की धाराएं लगायी गयीं एवं उन्हें जेल भेज दिया गया। लेकिन इस कार्रवाई से प्रदर्शनकारी संतुष्ट नहीं है । वे नियमित रूप से शहरों में प्रदर्शन कर रहे हैं।

उत्तरकाशी जिला पंचायत के अध्यक्ष दीपक बिजालवान ने मकान मालिकों से अपना मकान बाहर के लोगों को किराये पर नहीं देने की भी अपील की है।

स्थानीय व्यापारिक संगठनों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए उन्होंने यह भी कहा कि जिला पंचायत राज्य के बाहर से आये रेहड़ी पटरी वाले दुकानदारों को अपना धंधा नहीं करने देगी।










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