यूपी विधानसभा में दिखा अनोखा नजारा, विपक्ष ने चलाया अलग सदन
विधान भवन में विपक्ष द्वारा अपना अलग सदन बनाने के मामले की चारों तरफ चर्चा हो रही है। सरकार को घेरने के विपक्ष के इस अजीबोगरीब तरीके को लोग महज नाटक करार दे रहे हैं।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में सरकार को घेरने में जुटे विपक्षी विधायकों का आज एक अजीबोगरीब फैसला इतिहास में दर्ज हो गया। विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने के समय से ही विपक्ष लगातार विरोध-प्रदर्शन में जुटा हुआ है लेकिन आज उन्होंने विरोध का एक अलग तरीका निकाला। विपक्षी विधायकों ने सेंट्रल हाल में अपना अलग सदन चलाया और अपना अलग सदन चलाने के लिए बसपा विधायक को अपने दल का नेता भी मनोनीत किया। इस अलग सदन में विपक्ष ने कानपुर देहात, सिकंदरा के भाजपा विधायक मथुरा प्रसाद पाल की मौत पर दुःख जताया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। दूसरी तरफ विपक्ष की गैर मौजूदगी में भाजपा विधायक को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विधान सभा सत्र 26 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
यह भी पढ़ें |
Maharashtra Political Crisis : राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट के आदेश को संजय राउत ने कानून और संविधान के खिलाफ बताया
विधान भवन में विपक्ष द्वारा अपना अलग सदन बनाने के मामले की चारों तरफ चर्चा हो रही है। सरकार को घेरने के विपक्ष के इस अजीबोगरीब तरीके को लोग महज नाटक करार दे रहे हैं। विपक्ष ने अपने अलग सदन के लिए बकायदा अध्यक्ष को भी नियुक्त किया। विपक्ष ने बहुजन समाज पार्टी के नेता लालजी वर्मा को विधायक दल का नेता बनाया। प्रतिपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि यह उनकी सरकार को घेरने की कोशिश है। हमने निर्णय लिया है कि विपक्ष के सदस्य आज सदन में भी नहीं जाएंगे और सेंट्रल हाल में बैठे रहेंगे और अपना अलग सदन चलायेंगे।
यह भी पढ़ें |
यूपी विधानसभा सत्र का आखिरी दिन, बिजली के मुद्दे पर आजम खान ने श्रीकांत शर्मा को लताड़ा..