उत्तर प्रदेशः बदले नियम, आनलाइन हाजिरी से मनरेगा में फर्जीबाड़ा पर लगा ब्रेक, जिम्मेदारों में मची खलबली, जानिये यह है वजह

डीएन ब्यूरो

सरकार ने महराजगंज में मनरेगा मजदूरों की आनलाइन हाजिरी लेने का फरमान सुनाया है। इस बदली नई व्यवस्था से मनरेगा के फर्जीबाड़ा पर शिकंजा कसने की तैयारी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर

मनरेगा मजदूर
मनरेगा मजदूर


महराजगंजः सरकार ने मनरेगा मजदूरों की नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम एनएमएमएस से आनलाइन हाजिरी लेने का फरमान जारी किया है। इस बदली नई व्यवस्था से जहां मनरेगा के फर्जीबाड़े पर रोक लगेगी। वही विकास कार्यों में पारदर्शिता भी दिखेगी। इसे लेकर ग्राम प्रधानों व मनरेगा मजदूरों में खलबली मच गई है। 
क्या है नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम 
नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम के जरिए अब मनरेगा के कार्य स्थल से  मजदूरों को आनलाइन हाजिरी देनी होगी। फिंगर व फेश का भी फोटो होगा। इस सिस्टम से जिनकी हाजिरी होगी। उन्ही के खाते में मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। 
जिनका जाबकार्ड, वही करेंगे काम 
पहले जाबकार्ड किसी दूसरे के नाम था और कार्यस्थल पर कार्य करने के लिए कोई और जाता था, लेकिन अब व्यवस्था बदलने से वही मजदूर मनरेगा के तहत कार्य कर पाएंगे। जिनके नाम से जाबकार्ड बना होगा। 
अब रजिस्टर पर नहीं होगी हाजिरी 
पहले अधिकांश ग्राम पंचायतों में जाबकार्ड ग्राम प्रधान के पास होता था। कार्यस्थल पर कार्य करने के बाद वह अपनी मर्जी से जाबकार्ड पर मनमानी हाजिरी बनाते थे। लेकिन सरकार ने इस पर ब्रेक लगा दिया है। 
फर्जी हाजिरी बनाकर निकालते थे पैसा 
पहले जो मजदूर एक दिन कार्य करते थे और ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी व रोजगार सेवक मिलकर कई दिन का हाजिरी लगाते थे। फिर खाते से वही पैसा निकालकर मजदूर उनको वापस कर देता था लेकिन अब नेशनल मोबाइल मानिटरिंग सिस्टम लागू होने से आनलाइन हाजिरी, जिम्मेदारों की परेशानी बढ़ा दी है।  
कार्य स्थ्ज्ञल से ही होगी हाजिरी 
मनरेगा कार्य स्थल पर पहुंचते ही सुबह आठ बजे ही मजदूर को वहीं से आनलाइन हाजिरी देनी होगी। इससे पता चल सकेगा कि गांव के किस तरफ कौन सी सड़क व चकरोड पर कार्य हो रहा है। अन्य़ दूसरे स्थान से हाजिरी लगाने पर मान्य नही होगा। 
क्यो बोले जिम्मेदार 
मनरेगा के जिम्मेदार ने डाइनामाइट न्यूज को बताया कि सरकार ने मनरेगा मजदूरों की आनलाइन हाजिरी अनिवार्य कर दिया है। इसके बिना किसी मजदूर की न तो हाजिरी बनेगी और न ही उसे मजदूरी का भुूगतान किया जाएगा।










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