कोरोना काल के बीच अपने बस अड्डे किराये पर देने की तैयारी में यूपी परिवहन निगम
वैसे तो दावा किया जा रहा है की यूपी परिवहन निगम पिछले 6 सालों से मुनाफे में है। मगर कोरोना काल की मंदी का ही असर कहेगें कि परिवहन निगम अपने खाली पड़े बस अड्डे बेचने की भी तैयारी में है। डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..
लखनऊ: यूपी परिवहन विभाग में संविदा चालको-परिचालको की लंबे समय से जारी तमाम मांगो के बीच करीब डेढ दर्जन ऐसे बस अड्डे हैं, जिन्हें विभाग या तो किराये पर देगा या बेचेगा। इसके लिये विभाग द्वारा विस्तृत योजना बनाई जा रही है। परिवहन मुख्यालय से क्षेत्रीय प्रबंधकों को इसके लिये सर्किल रेट पता करने को कहा गया है।
लखनऊ क्षेत्र के सफेदाबाद और लालगंज बस अड्डों को तो किराया पर नगर निगम या विकास प्राधिकरण को देने की तैयारी है। मगर गोरखपुर के कौङीराम, कानपुर देहात के बारा, फतेहपुर के ललौली बस अड्डे बेकार पड़े हैं। इन्हें बेचने की तैयारी है।
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दरअसल बताया जा रहा है कि हाइवे बनने के कारण इन बस अड्डों से बस संचालन बंद हो गया है। हालांकि इस बारे में सीधे तौर पर बोलने से परिवहन विभाग के अफसर बच रहे हैं।
वहीं विपक्ष ने सीधे तौर इस मामले में कमीशन खोरी का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता उबैद नासिर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने संस्थाओं को खड़ा किया और वर्तमान सरकार उसे खत्म करने मे जुटी है। सीधे तौर में इसमे बङा खेल है।
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