मसूद अजहर को 'ग्लोबल आतंकी' घोषित करने का प्रस्ताव रद्द, चौथी बार चीन बना रोड़ा
चीन ने एक बार फिर पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की कोशिशों पर अड़ंगा लगा दिया है। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मसूद अजहर के संबंध में संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव रखा था, लेकिन चीन चौथी बार रोड़ा बन गया है।
नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की कोशिशों पर अड़ंगा लगा दिया है। अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मसूद अजहर के संबंध में संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव रखा था, लेकिन चीन ने इस पर वीटो लगा दिया।
पड़ोसी देश चीन ने एक बार फिर आतंकी मसूद के साथ हो खड़ा दिखा। सुरक्षा परिषद की बैठक में चीन ने वीटो इस्तेमाल कर भारत की कोशिशों पर पानी फेर दिया है। जिसके बाद भारत ने कठोर आपत्ति दर्ज कराई है। भारत के साथ अमेरिका भी आ गया है। सुरक्षा परिषद में ही अमेरिका ने कहा अगर चीन लगातार इस तरह से अड़ंगे लगाता रहा तो जिम्मेदार देशों को कोई और कदम उठाना होगा।
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दस साल में चौथी बार मसूद का हमदर्द बना चीन
आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषत करने को विश्व के तमाम देश एकमत हैं। लेकिन सुरक्षा परिषद का सदस्य देश चीन उस पर लगातार मेहरबान बना रहा है। सबसे पहली बार 2009 में भारत ने सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पेश किया था लेकिन चीन ने वीटो कर दिया था। इसके बाद 2016 और 2017 में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने प्रस्ताव रखा था लेकिन दोनों बार चीन के अड़ियल रवैये से प्रस्ताव गिर गया था।
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चीन के रुख से गुस्से में अमेरिका
अमेरिका ने बयान जारी कर कहा है पाकिस्तान चीन की मदद से कई बार मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने से बचाता रहा है। यह चौथी बार है जब चीन की इस हरकत से आतंकवाद के मुद्दे पर चीन संरक्षणकर्ता के तौर पर दिख रहा है।