

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने तमिलनाडु से जुड़े सतत विकास के मुद्दों पर शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से चर्चा की।
चेन्नई: केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने तमिलनाडु से जुड़े सतत विकास के मुद्दों पर शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से चर्चा की।
मंत्री ने इस अवसर पर ‘बायोडायवर्सिटी एंड इम्पोर्टेंस ऑफ मैंग्रोव इकोसिस्टम’ नामक एक किताब का विमोचन भी किया जिसके लेखक एम. एस. स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन (एमएसएसआरएफ) के वैज्ञानिक हैं।
यादव ने ट्वीट किया, ‘‘ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री श्री एम. के. स्टालिन से मुलाकात की। राज्य से जुड़े सतत विकास के मुद्दों और तमिलनाडु के हमारे श्रम योगियों के कल्याण को लेकर चर्चा की।’’
बैठक के दौरान राज्य के पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सिवा वी मेय्यानाथन और पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन एवं वन मामलों की अपर मुख्य सचिव सुप्रिया साहू सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
एमएसएसआरएफ में आयोजित कार्यक्रम में यादव ने किताब का विमोचन किया। यह किताब तीन भाषाओं- अंग्रेजी, तमिल और तेलुगु में प्रकाशित की गई है। एमएसएसआरएफ की आधिकारिक वेबसाइट से किताब को डाउनलोड किया जा सकता है।
किताब में भारत में पाई जाने वाली मैंग्रोव की विभिन्न प्रजातियों, उनके चिकित्सा उपयोग और उन पर निर्भर वन्य जीवों की जानकारी आसान भाषा में दी गई है।
यादव ने एमएसएसआरएफ के कार्यालय का भी दौरा किया और वैज्ञानिकों से संवाद किया।
संस्था की अध्यक्ष डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि फाउंडेशन तटीय प्रणाली पर काम कर रहा है और उसका ध्यान समुदायों की सहभागिता से मैंग्रोव के संरक्षण पर है।
इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने चेंगलपट्टू जिले के कोवलम में आयोजित एक कार्यक्रम में मैंग्रोव का पौधा रोपा।
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